भारत अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (IIC), नई दिल्ली में कलिंगा लिटरेरी फेस्टिवल (KLF) पुस्तक पुरस्कार 2025 के विजेताओं को सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार 12 श्रेणियों (अंग्रेजी में 7 और हिंदी में 5) में प्रदान किए गए, जिसमें समकालीन साहित्य की समृद्धि और विविधता को दर्शाया गया।
मुख्य बिंदु:
✅ सम्मानित लेखक: विक्रम संपत, विकास स्वरूप, जीत थायिल समेत कई प्रतिष्ठित साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
✅ पुरस्कार राशि: प्रत्येक विजेता को ₹1 लाख नकद, प्रशस्ति पत्र, विशिष्ट ट्रॉफी और पारंपरिक शॉल प्रदान किया गया।
✅ पुरस्कार श्रेणियां:
- अंग्रेजी भाषा: 7 श्रेणियों में उत्कृष्ट कृतियों को सम्मान।
- हिंदी भाषा: 5 श्रेणियों में बेहतरीन योगदान देने वाले लेखकों को मान्यता।
गजेंद्र सिंह शेखावत का संबोधन
केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पुरस्कार समारोह में कहा:
“लेखक न केवल कलाकार हैं बल्कि शिल्पकार भी हैं, जो हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोकर रखते हैं। कोई भी पुरस्कार वास्तव में उनके योगदान की गहराई को नहीं पकड़ सकता, लेकिन यह हमारी साहित्यिक विरासत को संरक्षित करने के उनके समर्पण के प्रति आभार की एक विनम्र अभिव्यक्ति है।”
केएलएफ के सीईओ और संरक्षक अशोक कुमार बल का बयान
उन्होंने कहा कि 2025 की पुरस्कार विजेता पुस्तकें केवल साहित्यिक कृतियां नहीं हैं, बल्कि बौद्धिक विमर्श को आकार देने वाली आवाजें हैं। केएलएफ भविष्य में भी नई चर्चाओं को बढ़ावा देगा और साहित्य की शक्ति को वैश्विक स्तर पर ले जाएगा।
रश्मि रंजन परिदा का विचार
केएलएफ के संस्थापक रश्मि रंजन परिदा ने कहा:
“केएलएफ पुस्तक पुरस्कार अब साहित्यिक उत्कृष्टता का एक मानदंड बन चुके हैं। ये उन आवाजों का जश्न मनाते हैं, जो समाज की बौद्धिक और सांस्कृतिक समृद्धि में योगदान देती हैं।”
महत्व और प्रभाव
📌 भारतीय साहित्य की समकालीन और पारंपरिक विधाओं को नया मंच मिला।
📌 नई पीढ़ी के लेखकों को प्रोत्साहन और पहचान मिली।
📌 केएलएफ पुरस्कारों ने साहित्यिक उत्कृष्टता को एक नई दिशा दी।
कलिंगा लिटरेरी फेस्टिवल साहित्यिक उत्कृष्टता के लिए एक प्रतिष्ठित मंच बनता जा रहा है, जो भारतीय और वैश्विक साहित्य को समृद्ध कर रहा है।