असम के कछार जिले में मुस्लिम युवक द्वारा एक हिन्दू महिला को बंधक बनाने का मामला सामने आया है। जनजातीय समुदाय की इस पीड़िता के पैरों में लोहे की जंजीर बाँध दी गई थी। उसे लगातार प्रताड़ित करके इस्लाम कबूल करने पर मजबूर किया गया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके मुनाफ अली नाम के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना का हिन्दू संगठनों ने कड़ा विरोध किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 3 महीने पहले स्थानीय लोगों द्वारा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को मुनाफ अली के घर में किसी हिन्दू महिला के बंधक होने की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि महिला को जंजीरों में बाँध कर बेरहमी से मारा-पीटा जाता है। इस जानकारी की तस्दीक बजरंग दल के सदस्यों ने करवाई तो सूचना सही पाई गई। इसके बाद मामले की जानकारी फ़ौरन पुलिस को दी गई।
पुलिस ने मौके पर पहुँचकर पीड़िता को जंजीरों से मुक्त करवाया और मुनाफ अली को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता की प्रताड़ना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में महिला के बाएँ पैर में लम्बी जंजीर बँधी दिख रही है। जंजीर इतनी लम्बी थी कि पीड़िता अधिकतम घर के कुछ हिस्सों में ही पहुँच सकती थी।
हिन्दू संगठन के सदस्यों का आरोप है कि महिला का लगभग 12 साल पहले मुनाफ अली ने अपहरण कर लिया था। तब से उसे बंधक बनाकर रखा गया था। जानकारी के मुताबिक, मुनाफ अली ने पीड़िता को डरा-धमका कर इस्लाम कबूल करवा कर निकाह कर लिया था। निकाह के बाद मुनाफ अली बार-बार महिला को उसकी पुश्तैनी जमीन अपने नाम करने का दबाव बनाता था।
जब पीड़िता मना करती थी तो उसकी बुरी तरह से पिटाई की जाती थी। विगत 12 वर्षों में आरोपित ने पीड़िता से जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इस वजह से पीड़िता ने 5 बच्चों को जन्म दिया। ये बच्चे अभी मुनाफ अली के भाई के कब्ज़े में हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि मुनाफ अली ने उसके साथ बहुत अत्याचार किया है। उसने उसकी गला घोंटकर मारने का भी प्रयास किया था।
पीड़िता का कहना है कि वह कहीं भाग न जाए इसके चलते मुनाफ अली उसके पैरों में जंजीर बाँध कर रखता था। एक दिन महिला ने शोर मचा कर अपने पड़ोसियों से मदद माँगी थी। पड़ोसियों ने हिन्दू संगठनों से सम्पर्क किया और आखिरकार ये मामला पुलिस तक पहुँच गया। बजरंग दल के सदस्यों ने वैदिक अनुष्ठान से पीड़िता की हिन्दू धर्म में घर वापसी करवाई है।