संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान विपक्ष द्वारा हंगामा करने की निंदा की.उन्होंने कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री और सदन के नेता अपनी बात रखते हैं. सदन में उस समय सबको सुनना होता है चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष.
बीजेपी राज्यसभा सांसद ने कहा कि जब प्रधानमंत्री ने लोकसभा में बोलना शुरू किया तो कांग्रेस और उनके कुछ सहयोगियों ने भारी हंगामा किया और प्रधानमंत्री के पूरे भाषण को बाधित किया. यह दुखद है, कांग्रेस पार्टी को यह सोचना होगा कि देश के प्रधानमंत्री किसी पार्टी के नहीं होते. वे पूरे देश का नेतृत्व करते हैं.
प्रधानमंत्री किसी पार्टी के नहीं होते- किरेन रिजिजू
बीजेपी सांसद ने कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री और सदन के नेता अपनी बात सदन में रखते हैं तो उस समय सबको सुनना होता है. लोकतंत्र में सबको बोलने का अधिकार है और सुनने का भी अधिकार है. किरेन रिजिजू ने कहा कि यह बहुत दुखद है, क्योंकि जब देश के प्रधानमंत्री बोलते हैं तो उन्हें बोलने के लिए पूरा समय दिया जाता है. यही परंपरा रही है.
उन्होंने कहा कि अगर वे बीच में टोकना चाहते हैं या स्पष्टीकरण देना चाहते हैं तो ठीक है. भाषण के दौरान दोनों पक्षों की ओर से कुछ रुकावटें जरूर की जाती हैं लेकिन आप शोर मचाकर और नारे लगाकर प्रधानमंत्री को पूरे 2 घंटे तक बोलने नहीं देंगे. ऐसा कभी नहीं हुआ. कांग्रेस पार्टी को यह सोचना होगा कि देश के प्रधानमंत्री किसी पार्टी के नहीं होते. वे पूरे देश का नेतृत्व करते हैं.
#WATCH दिल्ली: संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "जब देश के प्रधानमंत्री और सदन के नेता सदन में अपनी बात रखते हैं तो उस समय सबको सुनना होता है चाहे वो सत्ता पक्ष हो या विपक्ष… लोकतंत्र में सबको बोलने का अधिकार है और सुनने का भी अधिकार है। जब प्रधानमंत्री ने लोकसभा में… pic.twitter.com/uaiEyWXBlI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 3, 2024
PM के बीच भाषण में विपक्ष का वॉकआउट
राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि संविधान की प्रति लेकर कूदने वालों ने संविधान दिवस का विरोध किया था. पीएम की इस टिप्पणी पर विपक्षी सांसद हंगामा और नारे लगाकर पीएम मोदी के भाषण का विरोध किया . जिसके बाद विपक्ष ने पीएम मोदी के बीच भाषण में वॉकआउट किया. वहीं, पीएम मोदी के संबोधन के बाद राज्यसभा को अनिश्चितकालिन समय के लिए स्थगित कर दिया गया.