हिंदू नववर्ष, नए विक्रम संवत, नवरात्र की शुरुआत कल यानी मंगलवार से हो रही है। सोमवती अमावस्या के अवसर पर सोमवार को हजारों श्रद्धालुओं ने नर्मदापुरम में मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाई। तड़के से ही नर्मदा के सेठानी और दूसरे घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। उज्जैन में शिप्रा के तट पर भी श्रद्धालुओं ने स्नान-ध्यान कर पूजन किया। हरदा, बैतूल सहित कई जिलों से लोग स्नान के लिए नर्मदापुरम पहुंचे।
गंगा, शिप्रा, यमुना, नर्मदा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने की परपंरा
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, सोमवती अमावस्या की शुरुआत सूर्य पूजा से करेंगे तो बहुत शुभ रहेगा। गगा, शिप्रा, यमुना, नर्मदा जेसी सभी पवित्र नदियों में स्नान करने की भी परपंरा है। खान के बाद जरूरतमंद लोगों को धन और भोजन का दान करें। अमावस्या पर अपने इष्टदेव की विशेष पूजा जरूर करें। किसी गोशाला में गायों की देखभाल के लिए धन का दान करें। शिवलिंग पर जल-दूध चढ़ाकर अभिषेक करें। देवी लक्ष्मी और विष्णु जी का अभिषेक केसर मिश्रित दूध से करें। हनुमान जी के सामने दीपक जलाकर सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करें। राम-नाम का जप करें।
चैत्र अमावस्या के दिन स्रान और दान का विशेष महत्व
बता दें कि चैत्र अगावस्या को कुछ क्षेत्रों में भूराड़ी अमावस्या भी कहा जाता है। सोमवार को अमावस्या होने से खान का महत्व और बढ़ गया। तंत्र साधकों ने भी पूजन किया। चैत्र अमावस्या के दिन खान और दान- पुण्य का विशेष महत्व होता है। ब्राहाण ओर गरीबों को अनाज, बर्तन, कपड़े दान कर भोजन कराया जाता है। नववर्ष, नवरात्र और घट स्थापना से पहले श्रद्धालु आन करने आते हैं।
आज और कल रहेगा सूर्य ग्रहण
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, सोगवार योनी आठ अप्रैल को चैत्र मास की अगावस्या पर सूर्य ग्रहण हो रहा है। भारतीय सगय अनुसार, आठ ओर 9 अप्रैल के बीच रात सूर्य ग्रहण होगा। भारतीय समय अनुसार, आठ अप्रैल को ग्रहण रात 9.12 बजे से शुरू होगा ओर 2.22 बजे खत्म होगा। ये ग्रहण अमेरिका, ग्रीन लैंड, मैक्सिको, कनाडा सहित अन्य देशों में दिखाई देगा। सोमवार को अमावस्या और सूर्य ग्रहण का योग धर्म कर्ग के नजरिए से बहुत खास है।