बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई है. बुधवार देर रात हालत बिगड़ने के बाद उनको एम्स के यूरोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया है. गुरुवार को लालकृष्ण आडवाणी एम्स के प्राइवेट वार्ड से अपने सरकारी आवास पहुंचे हैं.
96 साल के पूर्व उप प्रधानमंत्री को बुधवार रात करीब 10.30 बजे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के पुराने निजी वार्ड में भर्ती कराया गया था. सूत्रों के मुताबिक लालकृष्ण आडवाणी की हालत स्थिर है. यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी और जेरिएट्रिक मेडिसिन के स्पेशेलिस्ट डॉक्टरों की एक खास टीम उनकी देख रेख कर रही थी. आडवाणी को बढ़ती उम्र संबंधी और यूरीन संबंधी बीमारी के चलते एम्स में भर्ती कराया गया था.
पीएम मोदी ने की थी मुलाकात
हाल ही में 7 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिकॉर्ड तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने का दावा पेश करने से पहले लालकृष्ण आडवाणी से उनके दिल्ली आवास पर मुलाकात की थी. पीएम मोदी की ये मुलाकात NDA संसदीय दल का नेता और लोकसभा में बीजेपी का नेता चुने जाने के तुरंत बाद हुई थी.
भारत रत्न से नवाजे गए हैं आडवाणी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता को इस साल 30 मार्च को भारत रत्न से नवाजा गया था. इससे पहले साल 2015 में भी आडवाणी को देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है. भारत रत्न से सम्मानित होने के ऐलान के बाद लालकृष्ण आडवाणी ने अपने बयान में कहा था, “मैं सम्मान के साथ भारत रत्न स्वीकार करता हूं. ये महज मेरा नहीं उन विचारों और सिद्धांतों का सम्मान है जिनका हमने उम्र भर पालन किया.”
लालकृष्ण आडवाणी को बीजेपी के बड़े नेताओं में गिना जाता है. राम मंदिर आंदोलन में लालकृष्ण आडवाणी ने बड़ी भूमिका निभाई थी. वे उन नेताओं में से एक हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नींव रखी थी. आडवाणी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के जरिए अपने राजनीतिक करियर का आगाज किया था और बीजेपी के वे 3 बार अध्यक्ष भी रह चुके हैं.