भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी को बुधवार रात को दिल्ली के एम्स (AIIMS) में भर्ती कराया गया था. उन्हें रात साढ़े 10 बजे एम्स लाया गया था, जहां पर उन्हें ओल्ड प्राइवेट वार्ड में रखा गया है. वो इस समय यूरोलॉजी से परेशान है. उनका इलाज यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अमलेश सेठ कर रहे हैं.
एम्स ने बताया है कि उनकी हालत स्थिर है. उन्हें निगरानी में रखा गया है. उन्हें इसी साल भारत सरकार द्वारा देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया है. वो देश के उपप्रधानमंत्री भी रह चुके हैं.
सुरक्षा बढ़ाई गई
लाल कृष्ण आडवाणी AIIMS में एडमिट है, जिसके चलते दिल्ली पुलिस ने एम्स कैंपस के गेट पर और प्राइवेट वार्ड के गेट पर सुरक्षा बढ़ा दी है. साथ ही एम्स के गेट पर दिल्ली पुलिस के जवान भी तैनात है. दिल्ली एम्स में भर्ती भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को कई वीआईपी देखने के लिए और उन का हाल-चाल जानने के लिए एम्स पहुंच सकते हैं, जिसके चलते दिल्ली एम्स में वीआईपी मूमेंट को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है.
जेपी नड्डा ने की थी एम्स के डायरेक्टर से बात
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज सुबह ने एम्स के डायरेक्टर एम श्रीनिवास से फोन पर बात भी की थी. उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के स्वास्थ्य के बारे में बात की थी. इस दौरान उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के बेटे जयंत और बेटी प्रतिभा से भी बात की थी.
भारत रत्न से नवाजा गया
हाल ही में 31 मार्च को वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को राजनीति में उन के लंबे योगदान के चलते भारत रत्न से नवाजा गया था. जिस दौरान भी तबीयत खराब होने की वजह से वो राष्ट्रपति भवन नहीं पहुंच सकें थे. इससे पहले उन्हें साल 2015 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने तीन बार बीजेपी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली. आडवाणी देश के सातवें उप प्रधानमंत्री भी रहे साल 2002 से 2004 तक उन्होंने उप प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी संभाली. साथ ही दिग्गज नेता आडवाणी ने सबसे लंबे समय तक गृह मंत्री का पद भी संभाला, वो 1998 से 2004 तक गृह मंत्री रहे.
7 बार लोकसभा सांसद रहे
आडवाणी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के जरिए अपने राजनीतिक करियर का आगाज किया था. जिसके बाद वो राम मंदिर के आंदोलन में काफी आगे रहे और अहम भूमिका निभाई. साथ ही बीजेपी की नींव रखने वाले नेताओं में उन का नाम शुमार हैं. गांधीनगर सीट आडवाणी का गढ़ कहा जाता है वो गांधीनगर से 7 बार सांसद रहे साथ ही 4 बार राज्यसभा के सांसद चुने गए. साल 2014 में आडवाणी ने आखरी बार लोकसभा का चुनाव गांधीनगर से लड़ा था और जीत हासिल की थी. जिसके बाद उन्होंने खराब सेहत के चलते चुनाव नहीं लड़ा. आडवाणी के बाद इस सीट से पिछली दो बार से अमित शाह चुनाव लड़ रहे हैं और जीत हासिल कर रहे हैं.