ऑनलाइन रोमांस स्कैम यानी प्यार के नाम पर साइबर ठगी — यह आज के डिजिटल दौर का सबसे खतरनाक जाल बन चुका है। प्यार, भरोसा और भावना के साथ खेलकर स्कैमर लोगों को लूट रहे हैं। खासतौर पर युवा और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय लोग इसका शिकार बन रहे हैं।
क्या है रोमांस स्कैम?
सादा शब्दों में:
रोमांस स्कैम एक ऑनलाइन धोखा है, जिसमें स्कैमर प्यार का नाटक कर लोगों से भावनात्मक रिश्ता बनाते हैं और फिर पैसों की मांग कर ठगी कर लेते हैं।
यह स्कैम कैसे काम करता है?
- फर्जी प्रोफाइल बनाकर डेटिंग ऐप्स या सोशल मीडिया पर संपर्क करते हैं।
- प्यार, अकेलापन या भावनात्मक सहारा जैसे मुद्दों पर बात करते हैं।
- धीरे-धीरे भावनात्मक रिश्ता बनाते हैं — जिससे व्यक्ति भरोसे में आ जाए।
- फिर कभी बीमार रिश्तेदार, वVisa/टिकट का बहाना या आपदा का हवाला देकर पैसे मांगते हैं।
- पैसे मिलते ही – गायब हो जाते हैं।
AI और Deepfake: नए हथियार स्कैमर्स के
Deepfake तकनीक के जरिए स्कैमर अब फर्जी चेहरों, आवाजों और वीडियो का इस्तेमाल करते हैं — जिससे सामने वाला धोखा पहचान ही नहीं पाता।
- किसी सेलेब्रिटी की आवाज या वीडियो की नकल करके भरोसा दिलाते हैं।
- वीडियो कॉल भी Deepfake तकनीक से की जाती है, जिससे व्यक्ति और अधिक यकीन कर लेता है।
क्यों युवा बन रहे हैं आसान शिकार?
वजह | कारण |
---|---|
ऑनलाइन एक्टिविटी ज्यादा | युवा ज़्यादातर समय इंटरनेट पर रहते हैं। |
डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल | युवाओं में डेटिंग ऐप्स का चलन ज्यादा है। |
अपरिपक्व निर्णय | कभी-कभी भावनाओं में बहकर जल्दी भरोसा कर लेते हैं। |
प्राइवेसी को नजरअंदाज करना | प्रोफाइल चेक किए बिना बातचीत शुरू कर देते हैं। |
कैसे बचें रोमांस स्कैम से?
सावधानी | क्यों जरूरी है |
---|---|
किसी पर जल्दी भरोसा न करें | भावनात्मक बातें जल्दी भरोसे का जाल होती हैं। |
सोशल मीडिया प्रोफाइल चेक करें | फर्जी प्रोफाइल की पहचान जरूरी है। |
अनजान नंबरों से वीडियो कॉल में सतर्क रहें | Deepfake कॉल हो सकता है। |
पैसे न भेजें | किसी भी बहाने पर, जब तक आप व्यक्ति को असल में नहीं जानते। |
दोस्त या परिवार से सलाह लें | रोमांस में अकेले फैसले न लें, सलाह लें। |
अगर आप शिकार हो जाएं तो क्या करें?
- तुरंत संबंधित साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत करें – https://cybercrime.gov.in
- मोबाइल बैंकिंग या ट्रांजैक्शन का स्क्रीनशॉट संभालकर रखें।
- नजदीकी साइबर सेल या पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाएं।
निष्कर्ष:
तकनीक ने हमें जोड़ा है, लेकिन कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर हमें भावनात्मक और आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।
मोहब्बत डिजिटल हो सकती है, लेकिन आंख मूंदकर भरोसे की इजाजत कभी नहीं होनी चाहिए।