मणिपुर में बीते कई महीनों से जारी हिंसा का दौर समाप्त नहीं हो रहा है। बीती रात राज्य के चुराचांदपुर जिले में एक बार फिर से बवाल देखने को मिला। यहां 300 से 400 लोगों की भीड़ ने एसपी कार्यालय पर धावा बोल दिया और पूरे परिसर में आगजनी की। भीड़ ने सरकारी परिसर में घुसकर वाहनों को आग लगा दी और तोड़फोड़ की। दरअसल, जिला पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को एक वीडियो में कथित तौर पर हथियारबंद लोगों के साथ देखा गया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद विभाग ने हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। इसी के बाद एसपी ऑफिस में ये बवाल देखनो को मिला।
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट के मुताबिक, एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया है कि चुराचांदपुर के एसपी शिवानंद सुर्वे ने कुकी समुदाय के हेड कांस्टेबल को हथियारबंद लोगों के साथ देखे जाने के बाद निलंबित कर दिया था। निलंबन आदेश विभिन्न सोशल मीडिया समूहों में वायरल होने के तुरंत बाद शाम करीब 7.40 बजे चुराचांदपुर एसपी कार्यालय के सामने भीड़ जुट गई। भीड़ ने पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर हमला करने की कोशिश की और पथराव किया। पुलिस का कहना है कि सुरक्षा बल हालात पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है।
30 से ज्यादा लोग घायल
पुलिस की ओर बताया गया है कि सैकड़ों लोगों की भीड़ द्वारा सुरक्षा बलों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कई बसों और ट्रकों को प्रदर्शनकारियों ने जला दिया गया है। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए कई आंसू गैस के गोले दागे। इस पूरी हिंसा में एक व्यक्ति के मौत की खबर है। वहीं, 30 ज्यादा लोग घायल भी बताए जा रहे हैं।
हेड कांस्टेबल पर कार्रवाई
चुराचांदपुर पुलिस ने अपने एक हेड कांस्टेबल को कथित तौर पर एक वीडियो में हथियारबंद लोगों के साथ देखे जाने के बाद निलंबित कर दिया है। एसपी शिवानंद सुर्वे ने हेड कांस्टेबल सियामलालपॉल को अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विभाग ने कहा है कि अनुशासित पुलिस बल का सदस्य होने के नाते यह काम काफी गंभीर कदाचार के समान है। हेड कांस्टेबल के खिलाफ विभागीय जांच पर भी विचार किया जा रहा है।