मिस वर्ल्ड 2025 प्रतियोगिता में भाग ले रहीं प्रतिभागियों ने 15 मई को तेलंगाना की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को नज़दीक से महसूस किया। उन्होंने हैदराबाद के पास स्थित यादगिरिगुट्टा में श्री लक्ष्मी नरसिंह मंदिर में पूजा-अर्चना की, जहां नौ देशों की सुंदरियों ने पारंपरिक भारतीय साड़ी पहनकर दर्शन किए और मंदिर की ‘दीपार्जन’ परंपरा में भाग लेकर पुजारिindiयों से आशीर्वाद लिया।
🔸 पोचमपल्ली: ‘विश्व पर्यटन गांव’ में स्वागत और बुनाई कला का अनुभव
इसके बाद प्रतिभागियों ने पोचमपल्ली गांव का दौरा किया, जो अपनी प्रसिद्ध इकत साड़ियों के लिए जाना जाता है और जिसे UNWTO (संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन) द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव’ का खिताब मिल चुका है।
- 25 अफ्रीकी प्रतिभागियों का गांव में पारंपरिक नृत्य, तिलक और हार से स्वागत किया गया।
- प्रतिभागियों ने इकत साड़ियों की जटिल बुनाई प्रक्रिया देखी और कुछ ने चरखे से सूत कातने का अनुभव भी लिया।
- एक ओपन थिएटर में स्थानीय महिलाओं द्वारा प्रस्तुत हथकरघा साड़ियों का फैशन शो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना।
🔸 लोक संस्कृति का उत्सव: कोलाटम् नृत्य में भागीदारी
प्रतिभागियों ने महिलाओं के साथ मिलकर पारंपरिक ‘कोलाटम्’ (डांडिया जैसी तेलुगु नृत्य शैली) में हिस्सा लिया, जो सांस्कृतिक संवाद की सुंदर झलक थी।
तेलंगाना सरकार की पहल
तेलंगाना सरकार इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन का उपयोग राज्य को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाने के अवसर के रूप में कर रही है।
- प्रतिभागियों को राज्य के प्रमुख ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का दौरा कराया जा रहा है।
- इससे पहले, वे चारमीनार पर हेरिटेज वॉक और रामप्पा मंदिर (यूनेस्को विश्व धरोहर) की यात्रा कर चुकी हैं।
प्रतियोगिता का समापन 31 मई को
मिस वर्ल्ड 2025 प्रतियोगिता 10 मई को हैदराबाद में शुरू हुई थी और यह 31 मई तक चलेगी। यह न सिर्फ सौंदर्य का मंच है, बल्कि भारत की संस्कृति, परंपरा और कारीगरी को दुनिया के सामने लाने का एक प्रभावी माध्यम बन रहा है। यह आयोजन भारत की “अतिथि देवो भव” परंपरा और सांस्कृतिक विविधता को ग्लोबल स्टेज पर प्रदर्शित कर रहा है।