उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले से एक गंभीर “लव जिहाद” प्रकरण में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। लगभग एक महीने पहले अपहृत की गई 14 वर्षीय हिंदू नाबालिग को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है और मुख्य अभियुक्त दानिश अली को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला सांप्रदायिक संवेदनशीलता और बाल सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण बन गया था।
मामले की शुरुआत:
- तारीख: 28 अप्रैल 2025
- शिकायतकर्ता: कृपाल सिंह, निवासी बरवाला (वर्तमान: गणेशपुर), थाना केलाखेड़ा
- शिकायत: 14 वर्षीय नाबालिग पुत्री के घर से अचानक लापता होने की रिपोर्ट
- FIR: संख्या 57/2025, धारा 140(3) BNS, अज्ञात के खिलाफ दर्ज
जांच प्रक्रिया और पुलिस की सक्रियता:
- एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने 4 विशेष टीमों का गठन किया
- सर्विलांस, SOG, साइबर सेल को भी जांच में लगाया गया
- 80 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण
- 75 मोबाइल नंबरों की CDR खंगाली गई
- सोशल मीडिया अकाउंट्स (Snapchat, Instagram, Facebook, WhatsApp, मेल ID, आधार नंबर) की जांच की गई
- उत्तराखंड सहित उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, मध्य प्रदेश में दबिश दी गई
अभियुक्त की पहचान व गिरफ्तारी:
- नाम: दानिश अली (उम्र 21 वर्ष)
- पिता का नाम: शफीक
- निवासी: रामनगर, थाना केलाखेड़ा
- आरोप: 14 वर्षीय नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया
- गिरफ्तारी तिथि: 26 मई 2025
- धाराएं:
- धारा 137(2), 84, 64(2) BNS
- POCSO एक्ट की धारा 5/6
- अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है
पुलिस टीम को मिला इनाम:
- थानाध्यक्ष केलाखेड़ा और टीम: ₹10,000
- साइबर सेल: ₹5,000
- इनाम की घोषणा एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने की
सामाजिक पृष्ठभूमि और प्रतिक्रिया:
- यह मामला “लव जिहाद” की आशंका से जुड़ा होने के कारण हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों में गहरा रोष था
- सांस्कृतिक और धार्मिक भावना को देखते हुए पुलिस पर तेज कार्रवाई का दबाव था
- पुलिस की तकनीकी दक्षता और व्यापक दबिश रणनीति की सार्वजनिक सराहना हो रही है
विशेष टिप्पणी:
यह घटना बालिकाओं की सुरक्षा, सोशल मीडिया के खतरे, और लव जिहाद जैसी योजनाबद्ध गतिविधियों के प्रति प्रशासन और समाज को सचेत करती है। यह मामला पुलिस की तकनीकी विशेषज्ञता, दृढ़ इच्छाशक्ति, और मूल्य आधारित कार्रवाई का उदाहरण है।