मोदी सरकार के तीसरी बार सत्ता संभालने के साथ ही अब आगे की तैयारियां तेज हो गई हैं. 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा और 24 जून से 3 जुलाई तक संसद में विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा. 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद में भाषण देंगी और 1 जुलाई को आम बजट पेश किया जाएगा. विशेष सत्र के पहले दो दिन यानी 24 और 25 जून को नवनिर्वाचित सांसद शपथ ग्रहण करेंगे. इसके बाद लोकसभा स्पीकर के चुनाव पर सबकी नजरें होंगी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगे अपना सांतवां बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई में अपना सांतवां बजट पेश करने वाली हैं. इसके पहले वित्त मंत्री ने 5 पूर्ण और 1 अंतरिम बजट पेश किया है. इसी के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण पूर्व प्रधानमंत्री मोररजी देसाई के लगातार 6 बजट पेश करने का रिकॉर्ड भी तोड़ देंगी.
वित्त मंत्री के सामने होंगी ये चुनौतियां
लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश करने के बाद, अब सीतारमण को पूर्ण बजट पेश करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें ये सुनिश्चित करना होगा कि देश की इकोनॉमी उच्च विकास पथ पर जारी रहे और अधिक नौकरियां पैदा करे और साथ ही गठबंधन की आकांक्षाओं को ध्यान में रखे.
इसके साथ ही कुछ आशंकाएं हैं कि गठबंधन सहयोगियों की राजकोषीय मांगों के कारण बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं में निवेश से आर्थिक संसाधनों का विचलन हो सकता है जो सामाजिक कल्याण योजनाओं और राज्यों को उच्च आवंटन के लिए विकास को बढ़ावा देते हैं.
हालांकि, कम राजकोषीय घाटे, RBI से 2.11 लाख करोड़ रुपये के भारी लाभांश और करों में उछाल को देखते हुए, वित्त मंत्री के पास विकास में तेजी लाने के उद्देश्य से नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए काफी गुंजाइश है.
लोकसभा स्पीकर पर सबकी नजरें
मोदी सरकार में बांटे गए मंत्रालय
बीजेपी ने पिछली बार की तरह गृह मंत्रालय अमित शाह को, रक्षा मंत्रालय राजनाथ सिंह को, वित्त मंत्रालय निर्मला सीतारमण को और विदेश मंत्रालय एस जयशंकर को दिया है. जबकि सड़क एवं परिवहन मंत्रालय नितिन गडकरी को मिला है. स्वास्थ्य मंत्रालय जेपी नड्डा को, कृषि मंत्रालय शिवराज सिंह चौहान को और ऊर्जा मंत्रालय मनोहर लाल खट्टर को दिया गया है.