कुवैत की अग्नि त्रासदी में मारे गए भारतीयों का शव मोदी सरकार वापस लाएगी। इसके लिए भारतीय वायुसेना को जिम्मा सौंपा गया है। फिलहाल कुवैत के अधिकारी मंगाफ इलाके की एक इमारत में लगी भीषण आग में मारे गये 40 से अधिक भारतीयों के शवों की डीएनए जांच कर रहे हैं और भारतीय वायुसेना के एक विमान को शवों को वापस लाने के लिए तैयार रखा गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह आग में झुलसे भारतीयों की सहायता की निगरानी करने और मारे गए लोगों के शवों को शीघ्र स्वदेश लाए जाने के लिए कुवैत पहुंच चुके हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अल-मंगाफ इमारत में आग लगने से कुल 49 लोगों की मौत हुई और माना जा रहा है कि उनमें से 42 भारतीय हैं। कुवैत पहुंचने के कुछ घंटों बाद सिंह ने कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से मुलाकात की। कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि अल-याह्या ने चिकित्सा देखभाल, शवों को शीघ्र वापस भेजने तथा घटना की जांच समेत पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया है। दूतावास ने ‘एक्स’ पर लिखा, “विदेश मंत्री याह्या ने दुखद घटना को लेकर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने चिकित्सा देखभाल, शवों को शीघ्र वापस भेजने और घटना की जांच समेत पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया।”
Kuwait fire: IAF's C-130J Super Hercules on stand-by at Hindan airbase for bringing back bodies of Indians
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— ANI Digital (@ani_digital) June 13, 2024
एयरफोर्स के विमान से वापस लाए जाएंगे शव
कुवैत के अधिकारी मंगाफ इलाके की एक इमारत में लगी भीषण आग में मारे गये लोगों के शवों की डीएनए जांच कर रहे हैं. भारतीय वायुसेना के एक विमान को हादसे में मारे गये भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए तैयार रखा गया है. हादसे में कुछ शव बुरी तरह से जल गए हैं. इस कारण उनकी पहचान नहीं हो रही है. वहीं, कई शव बिल्डिंग की सीढ़ियों पर भी मिले हैं.
गैस लीक होने से लगी आग!
कुेवैत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लेबर बिल्डिंग में आग क्यों लगी, इसका स्पष्ट करणों का पता नहीं चल पया है. हालांकि, मामले की जांच जारी है. स्थानीय मीडिया की ओर से आशंका जताई गई है कि गैस लीक होने से यह हादसा हुआ है. जानकारी ये भी है कि ग्रांउड फ्लोर पर करीब 2 दर्जन से अधिक गैस सिलेंडर रखे हुए थे.
पीएम मोदी ने घटना को बताया दुखद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना को ‘दुखद’ करार दिया और विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा सहित अन्य लोगों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। बैठक के बाद मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीयों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की और निर्देश दिया कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करे। विदेश मंत्री ने फोन पर अपने कुवैती समकक्ष अल-याह्या से बातचीत की और उनसे अनुरोध किया कि आग लगने के कारण जान गंवाने वाले भारतीयों के शव शीघ्र भारत भेजे जाएं। हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के शवों को जल्द से जल्द उनके देश भेजने का आग्रह किया।’