गुजरात के मोरबी जिले के वाघपारा में राधाकृष्ण मंदिर पर पत्थरबाजी की गई है। इसके बाद इलाके में तनाव फैल गया है। मुस्लिम युवक मोहसिन मम्माद कुरैशी ने इस मंदिर पर पथराव किया। इसके साथ ही उसने पुजारी पर भी हमला किया। आरोपित ने यह घटना सुबह पूजा के दौरान अंजाम दिया।
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग और हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुँच गए। वहीं, पुलिस का काफिला भी घटनास्थल पर पहुँच गया। शिकायत के बाद पुलिस ने पथराव की वारदात का सीसीटीवी बरामद कर लिया। इसके साथ ही पुलिस ने मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया।
वाघपारा में राधाकृष्ण मंदिर और पुजारी पर मुस्लिम युवक मोहसिन द्वारा किए गए हमले की इस घटना में पुलिस ने आरोपित के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 324, 504, 506 (2) के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि मोहसिन अक्सर इस तरह की हरकतें करता रहता है।
जानकारी के मुताबिक, मंदिर पर हमले से पहले मोहसिन पुजारी और उसकी पत्नी से भिड़ गया था। इस दौरान उसने दोनों को धमकी भी दी। पुजारी ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो वह पत्थर फेंकने लगा। उससे डरकर पुजारी दंपत्ति ने मंदिर का गेट बंद कर लिया। उनके ऐसा करते ही मोहसिन ने मंदिर पर पथराव शुरू कर दिया।
‘मैं तुम्हें मार दूँगा, पूरे बाघपारा को जला दूँगा’
मंदिर के पुजारी ने ऑपइंडिया से बातचीत में पूरे मामले की जानकारी दी। पुजारी ने कहा, “सुबह मैं और मेरी पत्नी रोजाना की तरह भगवान की पूजा करने के लिए निकले। जब मैं आया था तो वो (मोहसिन) मेरे पीछे बातें करता हुआ आया। जैसे ही मैंने मंदिर में प्रवेश किया, वह बाहर खड़ा हो गया और बड़बड़ाने लग गया।” पुजारी के मुताबिक, वह कह रहा था, “जितने चाहे दीपक जला लो, आज तुम्हें मारना है। मैं बाघपारा को जला दूँगा।”
पुजारी ने आगे बताया, “वह पागलों की तरह गाली दे रहा था, इसलिए मैंने उससे कहा कि वह यहाँ से चले जाए और हमें आरती करने दे। फिर मैंने आरती शुरू कर दी। इससे गुस्से में आकर उसने पत्थर उठाया और पहली सीढ़ी पर चढ़ गया, लेकिन भगवान की कृपा से वह वहीं गिर गया और पत्थर भी उसके हाथ से गिर गया।”
पुजारी का कहना था, “जब वह दूसरा पत्थर उठाने लगा तो मेरी पत्नी ने मुझे सचेत किया, लेकिन आरती पहले ही शुरू हो चुकी थी। इसलिए मैंने कहा कि अगर आपको डर लगता है तो आप दरवाजा बंद कर सकते हैं, लेकिन आरती नहीं रुकेगी।” पुजारी ने कहा कि यह परंपरा है कि आरती के बीच में छोड़ा नहीं जा सकता, इसलिए आरती जारी रही।
आरती के दौरान मोहसिन फेंक रहा था पत्थर
पुजारी ने आगे कहा, “जब आरती चल रही थी तब भी मोहसिन रुक-रुक कर पत्थर फेंकता रहा और इससे छह से सात लोगों को चोटें पहुँचीं। आरती ख़त्म होने के बाद मैंने उससे पूछा कि तुम्हारी परेशानी क्या है? मैं आपको नहीं जानता। लेकिन वह एक ही बात कह रहा था कि मैं आज तुम्हें मारकर वाघपारा को जला देना चाहता हूँ।”
स्थानीय हिंदू और संगठन घटनास्थल पर पहुँचे
मोरबी मंदिर पर मोहसिन के हमले के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए ऑपइंडिया ने स्थानीय हिंदू संगठनों से भी संपर्क किया। मोरबी जिला हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष कमलेश अहीर ने कहा, “सुबह-सुबह एक स्थानीय नेता ने मुझे फोन किया और घटना की जानकारी दी। घटना की सूचना मिलते ही मैं तुरंत मौके पर पहुँचा। मंदिर परिसर और आसपास ईंट-पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़े पड़े मिले।”
अहीर ने आगे बताया, “पथराव करने के बाद मुस्लिम युवक दूसरी गली में भाग गया था। मैंने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी और पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची।” उन्होंने आगे कहा कि मोहसिन की इमेज एक सिरफिरे शख्स की है। वह बेहद कट्टर है और लोगों में डर पैदा करने के लिए उसने पहले भी कई बार हिंसा किया है।
मोहसिन कर चुका है ब्राह्मण परिवार के घर जलाने की कोशिश
अहीर ने आगे बताया, “इससे पहले मोहसिन ने एक ब्राह्मण का घर जलाने की कोशिश की थी। उसने तब ब्राह्मण परिवार की घर की खिड़की में आग लगा दी। उसके सिरफिरा होने के वजह से इस परिवार के लोग डर गए और कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। उसने नवरात्रि के दौरान भी नशे की हालत में हिंदू बहन-बेटियों से छेड़छाड़ की थी, लेकिन डर की वजह से किसी ने कुछ नहीं कहा।”
कमलेश अहीर ने यह भी दावा किया था कि मोहसिन शराब और ड्रग्स का कारोबार करता है। वह पहले से ही अवैध गतिविधियों में लिप्त रहा है। मंदिर पर हमले के पीछे का उद्देश्य बताते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे का मकसद मंदिर को बंद कराने का लगता है।