छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान में बड़ी सफलता मिली है। गरियाबंद इलाके में 14 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, और यह मुठभेड़ अभी भी जारी है। यह अभियान छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन, जिला रिजर्व गार्ड (DRG), और ओडिशा की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की संयुक्त कार्रवाई का हिस्सा है।
मुख्य बिंदु:
- मुठभेड़ का स्थान और पृष्ठभूमि:
- मुठभेड़ छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा के गरियाबंद इलाके में हो रही है, जो ओडिशा के नुआपाड़ा जिले से लगभग 5 किमी दूर है।
- सुरक्षाबलों को कुलारीघाट रिजर्व वन में नक्सलियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी की जानकारी मिली थी।
- अभियान की प्रगति:
- अभियान 19 जनवरी की रात को शुरू हुआ और 24 घंटे से अधिक समय से जारी है।
- सोमवार को हुई मुठभेड़ में महिला नक्सलियों की मौत हुई थी और सीआरपीएफ का एक जवान घायल हुआ था।
- मंगलवार सुबह तक मारे गए नक्सलियों की संख्या 14 से अधिक हो चुकी है।
- सुरक्षाबलों की तैयारी और सफलता:
- मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारूद, और एक ‘सेल्फ लोडिंग’ राइफल बरामद की गई है।
- बारूदी सुरंग का पता चलने के बाद सुरक्षाबलों ने सतर्कता बढ़ा दी है।
- अधिक संख्या में हताहतों की संभावना:
- रायपुर क्षेत्र के पुलिस IG अमरेश मिश्रा के अनुसार, मारे गए माओवादियों की संख्या बढ़ सकती है।
- इसमें कई शीर्ष नक्सलियों के मारे जाने की संभावना भी जताई जा रही है।
- महत्वपूर्ण योगदान देने वाले बल:
- जिला रिजर्व गार्ड (DRG): छत्तीसगढ़ के विशेष बल जो स्थानीय इलाकों और जमीनी हालात की बेहतर समझ रखते हैं।
- सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन: माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में विशेष अभियान के लिए प्रशिक्षित।
- ओडिशा की SOG: राज्य की विशेष बल जो नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में दक्ष है।
अभियान का महत्व:
यह अभियान नक्सलियों की गतिविधियों को सीमित करने और प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाल करने के लिए एक बड़ी सफलता है। इससे नक्सलियों की संगठनात्मक क्षमता और संसाधनों को गंभीर झटका लग सकता है।
सुरक्षाबलों का यह अभियान न केवल नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के लिए भी एक विश्वास बढ़ाने वाला कदम है। आने वाले दिनों में मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी से इस अभियान की सफलता का और बेहतर मूल्यांकन किया जा सकेगा।