बदायूँ के अर्जुन सागर के प्यार में 18 साल की मुस्कान अली अब मुस्कान सागर बन गई हैं। दरअसल, मुस्लिम परिवार से आने वाली मुस्कान ने गुरुवार (14 अगस्त, 2023) रात में हिन्दू धर्म अपनाकर बरेली के मणिनाथ स्थित अगस्त मुनि आश्रम में हिंदू रीति रिवाज से अपने प्रेमी अर्जुन के साथ सात फेरे लेकर विवाह बंधन में बँध गईं। आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखदार ने पहले दोनों का गंगाजल से शुद्धिकरण किया, और उसके बाद मंत्र उच्चारण कर हिंदू रीति रिवाज से शादी कराई। इस अवसर पर मुस्कान ने कहा कि उसने अपनी मर्जी से हिन्दू धर्म अपनाया है।
बदायूँ जिले के गुराई गाँव की निवासी मुस्कान अली पुत्री हम सफर आठवीं पास हैं। और इसी माह बालिग हुई हैं। मुस्कान अली से मुस्कान सागर बनी लड़की का कहना है कि बदायूँ के अर्जुन सागर मोहल्ला नाहर खाँ नई बस्ती लालपुर में अर्जुन अपने रिश्तेदारी में आता था। यहीं दोनों की दो साल पहले मुलाकात हुई। फिर यह दोस्ती प्यार में बदल गई।
आश्रम में विवाह के बाद दोनों ने कहा कि हमें शांति से जीने दिया जाए। पेशे से टेम्पो ड्राइवर अर्जुन ने कहा कि वह मुस्कान को पूरा सम्मान देंगे। वहीं इस मामले में आचार्य ने बताया कि दोनों के बालिग होने और विवाह संबंधी सभी औपचारिकता पूरी होने के बाद ही विवाह कराया गया है।
अर्जुन से विवाह के लिए हिन्दू बनीं मुस्कान का कहना है कि अब आजीवन हिंदू ही रहूँगी। यह बात मुस्कान ने आचार्य को दिए गए शपथ पत्र में कही है। जिसने अपना नया नाम मुस्कान सागर रख लिया।
जब घरवाले शादी कराने को तैयार नहीं हुए तो अर्जुन और मुस्कान दोनों ने घर छोड़कर शादी करने का फैसला कर लिया। मुस्कान ने बताया कि तीन तलाक और हलाला जैसी बातों से डर लगता था। मुस्कान ने बताया कि उसकी हिंदू धर्म में पहले से ही आस्था थी। हिंदू धर्म अपनाने से इस्लाम की कुरीतियों से मुक्ति मिल गई है, डर निकल गया है। मुस्कान का कहना है, “मुझे मेरे परिवार से जान का खतरा है, वह हम दोनों को कभी भी मार सकते हैं।”
हालाँकि, जान के खतरे को देखते हुए शुक्रवार (15 सितम्बर, 2023) को आईजी से भी शिकायत कर सुरक्षा की गुहार लगाई है। मुस्कान सागर का कहना है कि यदि हम दोनों के साथ कोई घटना होती है तो इसके लिए मेरे परिवार वाले जिम्मेदार होंगे।
बता दें कि पंडित केके शंखदार पिछले 9 साल में 85 मुस्लिम लड़कियों की हिंदू लड़कों से शादी करा चुके हैं। इससे पहले 5 साल के लम्बे इंतजार और संघर्षों के बाद आकाश और इकरा बी का विवाह भी इसी आश्रम में हुआ था। 8 सितम्बर, 2023 को अगस्त मुनि आश्रम में ही शुद्धिकरण के बाद इकरा बी प्रीति बन गई थीं। इस मामले में भी इकरा बी नाम की एक मुस्लिम लड़की ने अपने प्यार के लिए न सिर्फ हिन्दू धर्म अपनाया था बल्कि लम्बा इंतज़ार भी किया।