बड़ौदा के भायली में गरबा खेलने निकली हिन्दू लडक़ी पर तीन लोगों ने गैंगरेप किया और भाग निकले थे। भायली के सुनसान रास्ते पर 4 अक्टूबर को अंधेरे में हुए इस गैंगरेप में पुलिस ने कड़ी जांच कर उत्तरप्रदेश के तीन विधर्मी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गुजरात में नवरात्रि के उत्सव का उत्साह चरम पर है और सभी हिन्दू लड़के लड़कियां नवरात्रि में देर रात तक गरबा करते हैं। सांस्कृतिक और संस्कार नगरी बड़ौदा उसकी अलग नवरात्रि के लिए जाना जाता है। लेकिन, इसी संस्कार नगरी में यूपी के तीन विधर्मियों ने नवरात्रि की रात गरबा खेलने निकली हिन्दू लड़की को अपनी हवस का शिकार बनाया। लेकिन, पुलिस ने इस मामले में कड़ी जांच कर तीन आरोपी और उनके साथ रहे उनके दो साथियों को मिलाकर पांच को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
बड़ौदा के भाईली विस्तार में 4 अक्टूबर की रात हिंदू लड़की अपने बॉयफ्रेंड के साथ खुले रोड पर जो की सुनसान विस्तार था वहां पर अपना स्कूटर पार्क करके बैठे हुए थे। उस वक्त बाइक पर पांच शख्स आए और उन्होंने दोनों की पुलिस की तरह पूछताछ शुरू कर दी। इस जगह पर क्यों बैठे हैं और दोनों के माता-पिता को इसकी जानकारी है या नहीं इस प्रकार के सवाल करके दोनों लड़के लड़कियों को सवालों से परेशान कर दिया। इस बीच पांच में से दो शख्स अपनी बाइक पर वहां से निकल गए लेकिन, बाकी बचे तीन लोगों ने अपना असली रूप दिखाना शुरू कर दिया। तीनों शख्सों ने मिलकर लड़की के बॉयफ्रेंड को पकड़ लिया और उसके बाद एक के बाद एक तीनों ने लड़की पर गैंगरेप किया। लड़की का मोबाइल भी लूट लिया और बाद में तीनों वहां से फरार हो गए।
जांच में क्या थी मुश्किलें
इस पूरी घटना में लड़की के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज तो करा दी, लेकिन पुलिस के सामने यह केस बड़ी चुनौती बन गया था। क्योंकि जहां गैंगरेप हुआ वह जगह एक निर्जन विस्तार था जहां पर इतना अंधेरा था की लड़की आरोपियों का हुलिया भी नहीं देख पाई थी। सुनसान विस्तार होने के कारण वहां आसपास कोई नहीं था जिनकी पुलिस पूछताछ भी कर सके। ऐसी हालत में पुलिस के लिए यह कैस एक चुनौती बन गया। वैसे लड़की ने तीनों आरोपियों के कद का वर्णन पुलिस के सामने किया जिसके चलते पुलिस ने इस जांच को आगे बढ़ाया। सुनसान विस्तार होने के कारण वहां पर न तो लाइट थी और ना ही कोई सीसीटीवी। ऐसे में जांच में पुलिस के लिए आगे बढ़ना मुश्किल हो रहा था।
मोबाइल के पांच सेकंड के कॉल ने खोली पोल
तीनों आरोपी लड़की का मोबाइल लूटकर रात को अतलादरा विस्तार की तरफ भागे थे। देर रात होने के बावजूद भी लड़की घर पर नहीं पहुंचने पर उसकी मां ने लड़की के मोबाइल पर कई कॉल किए थे। लेकिन, मोबाइल नो रिप्लाई हो रहा था। इस दौरान मोबाइल लेकर भागे हुए तीनों आरोपी अतलादरा विस्तार में थे तभी लड़की की मां का फोन आया और आरोपियों ने वह कॉल रिसीव कर लिया। कॉल रिसीव करने के बाद सिर्फ 5 सेकंड तक चालू रहा और उसके बाद मोबाइल फोन स्विच्ड ऑफ कर दिया गया। लड़की की मां ने पुलिस को बताया कि जब आरोपियों ने कॉल रिसीव किया तब पीछे से बहुत सारी आवाज़ आ रही थी। इसी एक बात पर पुलिस ने उस जगह को मोबाइल लोकेशन के आधार पर ट्रेस करना शुरू किया और आखिरकार पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिली।
तीनो आरोपी यूपी के विधर्मी
पुलिस ने मुन्ना अब्बास बनजारा, मुमताज उर्फ आफताब सूबेदार बनजारा और शाहरुख किस्मत अली बनजारा को गिरफ्तार कर लिया है। मुन्ना अब्बास 10 साल पहले यूपी से बड़ौदा आया था और अपनी बीवी के साथ बड़ौदा के ताण्डलजा विस्तार में रह रहा है। आफताब बनजारा 14 साल पहले काम के सिलसिले में बड़ौदा आया। वह अपनी बीवी और तीन बच्चों के साथ ताण्डलजा विस्तार में रह रहा है। शाहरुख भी 14 साल पहले यूपी से बड़ौदा आया। अपनी बीवी और दो बच्चों के साथ वह भी ताण्डलजा विस्तार में रह रहा है। तीनों आरोपी घरों में रंग लगाने एवम पीओपी बनाने का काम करते है।
पुलिस आरोपियों तक कैसे पहुँची
पुलिस ने इस चुनौती वाले केस को सुलझाने के लिए सीसीटीवी फुटेज, टेक्निकल सोर्स और ह्यूमन सोर्स के जरिये निजी रूप से जांच शुरू की थी। सबसे पहले पुलिस को मुन्ना बनजारा के बारे में लीड मिली और मुन्ना को सुबह चार बजे उसके घर पर छापा मारकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मुन्ना ने पुलिस से बचकर भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसका पीछा कर उसे दबोच लिया। इसी बीच मुन्ना घायल भी हुआ। मुन्ना ने कड़ी पूछताछ में बाकी के सभी आरोपियों के नाम उगल दिये और पुलिस ने बाकी के दो मुख्य आरोपियों को भी दबोच लिया।
गैंगरेप के बाद तीनों आरोपी 48 किलोमीटर घूमे
पुलिस जांच में सामने आया है कि गैंगरेप के बाद तीनों आरोपी एक बाइक पर 48 किलोमीटर तक साथ में ही घूमे थे। जिसके चलते पुलिस ने इस रूट पर के 1100 से भी ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक किये। जांच के दौरान पुलिस को उस बाइक का नंबर भी मिला जिस पर तीनों आरोपी घूमे थे। इस दौरान तीनों आरोपियों ने एक होटेल पर चाय भी पी थी और बाद में वह अलग हुए थे।
पुलिस ने 4 लाख से ज्यादा फोन लोकेशन चेक किये
पुलिस ने जांच के दौरान टावर डंप डेटा एनालिसिस शुरू किया था। 5 से 6 मोबाइल टावर के 4 लाख से ज्यादा फोन लोकेशन्स को स्क्रूटिनी किया गया। इस दौरान 60 जितने संदिग्ध फोन लोकेशन्स मिले थे। यह लोकेशन्स गैंगरेप जहां पर हुआ उस जगह एवम जहां से लड़की का मोबाइल फोन रिसीव हुआ उस जगह के आसपास के थे। 10 फोन लोकेशन्स रुट से मैच कर रहे थे जिसके आधार पर उस रूट पर तीन सवार के साथ जाने वाली बाइक के सीसीटीवी समेत की जानकारी इकठ्ठा की गई। एक लोकेशन तरसाली रॉड का मिला जो कि मुन्ना बनजारा का था। मुन्ना का लोकेशन गैंगरेप वाली जगह पर भी दिखा रहा था और इसी आधार पर पुलिस ने आधी रात को मुन्ना के घर पर छापा मारकर उसे दबोच लिया।
घटना की जांच के लिए सीट का गठन
गैंगरेप की घटना की जांच के लिए एसपी के सुपरविजन में एक एसआईटी का गठन किया गया है। यह सीट आरोपियों के रिमांड, सबूत ढूंढने और चार्जशीट समेत की कारवाई करेगी। एक सरकारी वकील को भी नियुक्त किया जायेगा। डिवायएसपी स्तर के अधिकारी इस घटना की जांच करेंगे।