लोकसभा चुनाव और आगामी विधान सभा चुनावों से पहले बीजेपी संगठन के सभी कल पुर्जे टाइट कर लेना चाहती है. इसी कवायद में पार्टी देश को तीन रीजन में बांट कर बैठकों के आयोजन में जुट गई है. इसी कड़ी में आज दिल्ली में एक बड़ी बैठक का आयोजन किया जिसमें में “उत्तरी क्षेत्र” के सभी 14 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के अध्यक्ष संघटन, मंत्री राज्य प्रभारी सहित तमाम अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, चंडीगढ़ और दमन दीव-दादर नगर हवेली के साथ ही सभी केंद्रीय पदाधिकारी भी शामिल हुए. बैठक में सभी राज्यों के संगठन पर चर्चा के साथ ही प्रदेशों के स्थानीय चुनावी मुद्दों पर भी रणनीति बनाई गई.
अलग-अलग राज्यों के लिए रणनीति
सूत्रों के मुताबिक मध्यप्रदेश, जहां बीजेपी की सरकार है वहां सरकार के काम काज को आम लोगों तक पहुंचाने के अलग अलग तरीके पर विचार किया गया. वही राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लिए अलग रणनीति तय की गई है. बैठक में तय किया गया की कांग्रेस शासित राज्यों में लोकसभा चुनाव तक हर दिन सरकार के खिलाफ मैदान में तमाम कार्यकर्ता अलग-अलग मुद्दों के साथ ही बैठक में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के हिसाब उत्तरी रीजन के सभी 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पार्टी वोट प्रतिशत और सीट 2019 की तुलना में कैसे बढ़े इस पर सभी राज्यों के संगठन मंत्रियों ने प्रेजेंटेशन दिया.
बैठक में आने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए बूथ सशक्तिकरण की बात कही गई. इसके लिए 4 पॉइंट पर चर्चा की गई है.
- पहला, समाज के हर वर्ग के लोगों को जोड़ने पर फोकस किया जाएगा. जो लोग कभी पार्टी से नहीं जुड़े उनको पार्टी के साथ सरकार की योजनाओं के माध्यम से साथ जोड़ा जाएगा.
- दूसरा, बूथ कमिटी मजबूत करने पर खास ध्यान दिया जाएगा.
- तीसरा, हर बूथ पर 51 प्रतिशत से ज्यादा बीजेपी के पक्ष में मतदान कराने का लक्ष्य. हर बूथ पर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को लगातार मतदाताओं से संपर्क साधकर पार्टी के पक्ष में ज्यादा से ज्यादा माहौल बनाने के लिए काम करना होगा.
- चौथा, बूथ सशक्तिकरण के लिए हर बूथ पर कम से कम 11 लोगो की टोली बनाई जाएगी. लोकसभा के हिसाब से हर बूथ की टीम को मजबूत करने के लिए टीम बनाकर काम किया जाएगा.