भारत की विदेश नीति और आतंकवाद के खिलाफ उसकी वैश्विक रणनीति को लेकर आज एक अहम कूटनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ से हेग में मुलाकात की और भारत-नीदरलैंड रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करने पर चर्चा की। इस मुलाकात में जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाएं पहुंचाईं और आतंकवाद के खिलाफ नीदरलैंड के दृढ़ रुख की सराहना की।
क्या है इस कूटनीतिक पहल का बड़ा संदर्भ?
यह दौरा ऐसे समय पर हुआ है जब भारत “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने के मिशन पर है। भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से रखने के लिए 40 सांसदों का एक ऑल-पार्टी डेलीगेशन गठित किया है, जो 23 मई से 10 दिन के वैश्विक दौरे पर निकलेगा।
Delighted to call on PM Dick Schoof today in The Hague.
Conveyed the warm greetings of PM @narendramodi and thanked him for the Netherlands’ firm and resolute stance against terrorism.
Appreciate his commitment to taking the India-Netherlands partnership to newer heights.… pic.twitter.com/nmJbmvdtBN
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 20, 2025
1. विदेश मंत्री एस. जयशंकर की नीदरलैंड यात्रा
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एस. जयशंकर ने नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ से मुलाकात की।
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इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की शुभकामनाएं दीं और आतंकवाद के खिलाफ नीदरलैंड के सख्त रुख की सराहना की।
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दोनों देशों ने भारत-नीदरलैंड रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने पर सहमति जताई।
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यह बैठक स्पष्ट संकेत है कि भारत अब यूरोप में अपने समर्थन का दायरा बढ़ा रहा है, खासकर आतंकवाद के मसले पर।
2. ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की वैश्विक कूटनीतिक पहल
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ऑपरेशन सिंदूर को भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक प्रभावशाली और निर्णायक कार्रवाई के रूप में प्रस्तुत किया है।
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इसके बाद, भारत ने 7 अंतरराष्ट्रीय संसदीय डेलीगेशन भेजने का निर्णय लिया है।
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इन डेलीगेशन का उद्देश्य होगा:
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ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को उजागर करना।
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पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के प्रति दुनिया का ध्यान आकर्षित करना।
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वैश्विक समर्थन जुटाना और भारत के कश्मीर नीति पर सकारात्मक माहौल बनाना।
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3. 40 सांसदों का अंतरराष्ट्रीय दौरा (23 मई से)
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40 सांसदों को 7 समूहों में विभाजित किया गया है।
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ये सांसद 10 दिन के भीतर अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, UAE, साउथ अफ्रीका जैसे देशों की यात्रा करेंगे।
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डेलीगेशन में सभी प्रमुख दलों के सांसद शामिल होंगे:
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शशि थरूर, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद (कांग्रेस)
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अपराजिता सारंगी (भाजपा)
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प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना – UBT)
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सस्मित पात्रा, संजय झा (अन्य)
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संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू इस पूरे अभियान के कोऑर्डिनेटर हैं।
रणनीतिक उद्देश्य क्या हैं?
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पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग करना।
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भारत की सॉवरनटी और कश्मीर नीति को अंतरराष्ट्रीय समर्थन दिलाना।
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यह भी संभावना है कि यह कवायद भविष्य में संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर मजबूत पक्ष रखने की तैयारी है।