नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2025 का आयोजन 1 से 9 फरवरी तक प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 1 फरवरी को मेले का उद्घाटन करेंगी। इस वर्ष की थीम ‘Republic@75’ है, जो भारतीय संविधान के 75 वर्षों का उत्सव मनाती है और 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना पर केंद्रित है।
मुख्य आकर्षण:
- बच्चों का मंडप: कहानी सुनाना, कार्यशालाएं, प्रतियोगिताएं और अन्य गतिविधियाँ बच्चों के साहित्य को प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित की जाएंगी।
- युवा कॉर्नर: प्रधानमंत्री की युवा लेखकों को मेंटरशिप योजना के तहत 75 युवा लेखकों की किताबें प्रदर्शित की जाएंगी।
- थीम मंडप: ग्राफिक्स, इंस्टॉलेशन और कलाकृतियों के माध्यम से थीम को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा, जिसे एनआईडी, अहमदाबाद द्वारा डिज़ाइन किया गया है।
- अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का कोना: वैश्विक प्रदर्शक और सांस्कृतिक मिशन बहुसांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
- लेखकों का कोना: प्रमुख लेखकों के साथ इंटरैक्टिव सत्र होंगे।
- सीईओ मंच: वरिष्ठ प्रकाशन अधिकारियों के लिए नेटवर्किंग का अवसर प्रदान करेगा।
प्रवेश शुल्क:
- वयस्कों के लिए: ₹20
- बच्चों के लिए: ₹10
टिकट ऑनलाइन और स्थल पर उपलब्ध होंगे।
समय:
प्रतिदिन सुबह 11:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक।
मेले में पंकज त्रिपाठी, शशि थरूर, कुमार विश्वास जैसे प्रमुख साहित्यकारों और कलाकारों के विचारों और रचनाओं का आदान-प्रदान होगा। साथ ही, “फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल्स” कार्यक्रम के तहत भारत के विभिन्न पुस्तक महोत्सवों और साहित्यिक मंचों का सम्मिलित आयोजन किया जाएगा।
इस वर्ष का मेला भारत की विविध भाषाओं, संस्कृतियों, और साहित्यिक धरोहर का उत्सव मनाने के साथ-साथ संविधान के सिद्धांतों और मूल्यों को भी प्रस्तुत करेगा।