नोबेल पुरस्कार विजेता और भारतीय अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन के निधन की खबरों का उनकी बेटी नंदना देब सेन ने खंडन किया है। पीटीआई के हवाले से ये जानकारी सामने आई है।
नंदना देब सेन ने कही ये बात
नंदना देब सेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘दोस्तों, आपकी चिंता के लिए धन्यवाद लेकिन यह फर्जी खबर है। बाबा पूरी तरह से ठीक हैं। हमने कैंब्रिज में अपने परिवार के साथ एक शानदार सप्ताह बिताया। कल रात जब हमने बाय कहा तो उनका गले लगाना हमेशा की तरह मजबूत था! वह हार्वर्ड में हर हफ्ते 2 कोर्स पढ़ा रहे हैं और अपनी किताब पर काम कर रहे हैं। हमेशा की तरह व्यस्त!’
Friends, thanks for your concern but it’s fake news: Baba is totally fine. We just spent a wonderful week together w/ family in Cambridge—his hug as strong as always last night when we said bye! He is teaching 2 courses a week at Harvard, working on his gender book—busy as ever! pic.twitter.com/Fd84KVj1AT
— Nandana Sen (@nandanadevsen) October 10, 2023
निधन की खबर कहां से आई?
दरअसल अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता क्लाउडिया गोल्डिन के एक अनवेरीफाइड अकाउंट से ट्वीट किया गया था, जिसमें बताया गया था कि अमर्त्य सेन का कुछ मिनट पहले निधन हो गया है। उनके इस ट्वीट के बाद ही ये खबर वायरल होने लगी कि अमर्त्य सेन नहीं रहे। इसके बाद अमर्त्य सेन की बेटी नंदना देब सेन ने निधन की खबरों का खंडन किया।
कौन हैं अमर्त्य सेन?
अमर्त्य सेन का जन्म 3 नवंबर, 1933 को शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगाल में हुआ था। उन्हें अर्थशास्त्र में योगदान के लिए साल 1998 में नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। उन्हें भारत रत्न और फ्रांस के लीजियन डी’ऑनर सहित दुनिया भर के शीर्ष नागरिक सम्मानों से सम्मानित किया गया है। उनके पास पांच महाद्वीपों के संस्थानों से 100 से अधिक मानद डिग्रियां हैं और साल 2000 में हार्वर्ड लॉ स्कूल से वह डॉक्टर ऑफ लॉ की मानद उपाधि भी प्राप्त कर चुके हैं।