लोकसभा में चंद्रयान-3 की कामयाबी पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की ओर से बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद दानिश अली को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का मामला लगातार बना हुआ है. विपक्ष की ओर से इस मामले में कड़ी निंदा की जा रही है, साथ ही सांसद पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की जा रही है. इस मसले पर बीजेपी के एक अन्य सांसद निशिकांत दुबे ने इस टिप्पणी के लिए जांच की मांग की है.
भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने आज शनिवार को सोशल मीडिया X (पहले ट्विटर) पर कहा कि लोकसभा स्पीकर को ऐसी टिप्पणियों के साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली के अशोभनीय आचरण की भी जांच करनी चाहिए.
रमेश विधुडी जी के लोकसभा में दिए बयान को कोई भी सभ्य समाज ठीक नहीं कह सकता,इसकी जितनी निंदा की जाए कम है लेकिन @loksabhaspeaker जी को सांसद दानिश अली के भी अमर्यादित शब्दों व आचरण की जॉंच करनी चाहिए ।लोकसभा की नियम प्रक्रियाओं के तहत किसी सांसद के निर्धारित समय के बीच टोकना,बैठे…
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 23, 2023
‘दानिश के व्यवहार की भी जांच हो’
सांसद दुबे ने रमेश बिधूड़ी की टिप्पणियों की आलोचना करते हुए कहा कि कोई भी सभ्य समाज इस तरह की टिप्पणी को सही नहीं ठहरा सकता. सांसद दानिश अली के खिलाफ बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने एक दिन पहले शुक्रवार को लोकसभा में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था.
साथ ही निशिकांत दुबे ने यह भी कहा, “लोकसभा स्पीकर को बसपा सांसद दानिश अली की अशोभनीय टिप्पणियों के साथ-साथ उनके आचरण की भी जांच करनी चाहिए. लोकसभा के नियमों के तहत किसी भी सांसद को आवंटित समय के दौरान उनके बोलते समय बार-बार टोकना, बैठे-बैठे बोलना और किसी भी तरह की लगातार टीका-टिप्पणी किए जाने पर सजा का प्रावधान है.” उन्होंने लोकसभा स्पीकर को लिखे एक पत्र में कहा कि बिधूड़ी के भाषण के दौरान, सांसद दानिश अली लगातार ‘रनिंग कमेंट्री’ कर रहे थे और उन्हें उकसाने के मकसद से काफी परेशान कर रहे थे.
लोकसभा सांसद दुबे ने कहा, “मैं करीब 15 सालों से लोकसभा सांसद हूं और हर समय सदन में मौजूद रहा हूं. साथ ही दूसरों सदस्यों की तुलना में सदन में अधिक समय तक भी रहा. लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह का भी दिन देखूंगा.” उनका दावा है कि बिधूड़ी के भाषण के दौरान दानिश अली खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक और निंदनीय टिप्पणी कर रहे थे.
जांच के लिए बनाई जाए समिति
दुबे ने कहा कि संसद में कार्यवाही के दौरान सौगत रॉय ने कहा कि राम और पुष्पक विमान का कोई अस्तित्व नहीं है, और इसकी झूठी कहानी है. इसी तरह डीएमके की ओर से कहा गया कि हम द्रविड़ हैं और आप लोग आर्य. आप सेतुसमुद्रम को रोक कर अंधविश्वास फैला रहे हैं. कोई भगवान नहीं है और कोई हिंदू धर्म नहीं है. इससे साफ है कि केवल रमेश बिधुड़ी ही नहीं बल्कि अन्य सदस्यों ने भी अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणियां की. सांसद निशिकांत ने मांग की है कि इन सब बयानों की जांच के लिए एक जांच समिति बनाई जाए.
बीजेपी सांसद बिधूड़ी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान दानिश अली को लेकर कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. जिस पर बवाल खड़ा हो गया है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इस बयान पर बिधूड़ी को चेतावनी दी जबकि पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. यही नहीं बिधूड़ी की टिप्पणियों को संसद के रिकॉर्ड से भी हटा दिया गया है.