केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश में सड़क परिवहन से जुड़ी बड़ी घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने पांच साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश को लाखों करोड़ की सड़क परियोजनाएं देने के इच्छुक हैं। लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में, गडकरी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग पर उत्तर प्रदेश में एक हजार करोड़ रुपये के मार्गों की मंजूरी देने का ऐलान किया।
गडकरी ने यह भी कहा कि जल, जंगल, और पर्यावरण के आधार पर विकास को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। उन्होंने एक उद्धरण का उल्लेख करते हुए कहा कि “अमेरिका के रास्ते अच्छे हुए तो अमेरिका धनवान हुआ है”, और विश्वास जताया कि दो वर्षों में उत्तर प्रदेश के रास्ते अमेरिका से भी बेहतर होंगे।
उन्होंने खासतौर पर कानपुर-लखनऊ हाईवे की प्रशंसा की, जिसमें एआईएमजीसी तकनीक का उपयोग किया गया है। गडकरी ने यह भी गारंटी दी कि इस हाइवे पर अगले दस वर्षों तक गड्ढे नहीं होंगे। इसके अलावा, उन्होंने वाराणसी से कलकत्ता और गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक बड़े सड़क परियोजनाओं के लोकार्पण का वादा किया।
उत्तर प्रदेश में कई और प्रमुख परियोजनाओं के बारे में भी गडकरी ने जानकारी दी, जिनमें प्रयागराज से वाराणसी तक छह लेन का रास्ता, आगरा-अलीगढ़ मार्ग, और बरेली बाईपास शामिल हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुरोध पर नैनी में एक नया पुल बनाने का भी एलान किया। अयोध्या में पंचकोसी मार्ग और जनकपुरी नेपाल के लिए मार्ग की भी जल्द शुरुआत की जाएगी।
गडकरी ने कहा कि बौद्ध सर्किट परियोजना को उनकी सरकार ने पूरी कर ली है और इसके मार्गों के निर्माण पर मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।
कुल मिलाकर, गडकरी का यह बयान उत्तर प्रदेश के लिए सड़क और परिवहन संबंधी बड़े विकास कार्यों के एक नए दौर की शुरुआत को संकेतित करता है, जो राज्य की समृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।