छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 49 लोकसभा सीट पर आज पांचवे चरण का मतदान हो रहा है. मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया है लेकिन कौशांबी का एक ऐसा गांव है जहां अभी तक भी एक भी मतदान नहीं हुआ है. जानकारी के मुताबिक कौशांबी के सिराथू तहसील के हिसामपुर माड़ो गांव के हजारों ग्रामीणों ने मतदान करने से इनकार कर दिया है.
इस गांव में लोगों ने चौराहे पर मतदान बहिष्कार के पोस्टर लगाए हुए हैं और सभी मतदान केंद्र के बाहर मतदान का विरोध कर रहे हैं. वहीं मतदाता केंद्र पर बैठे चुनाव कर्मी वोटरों के आने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन सुबह से दोपहर होने को है और अभी तक भी एक भी वोट नहीं डला है. ग्रामीणों में काफी नाराजगी है.
गांववालों का कहना है कि गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है. उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इसके बाद भी सांसद या जन प्रतिनिधियों ने कोई सुनवाई नहीं की है. इस वजह से लोग मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं. गांव के प्रधान वीरेंद्र यादव ने बताया कि गांव में आने जाने की सड़क नहीं है रेलवे लाइन पार करके लोगों को आना-जाना पड़ता है. बच्चों को पढ़ने के लिए भी रेलवे लाइन पार करनी पड़ती है.
लगभग एक दर्जन मौतें ट्रेन से कटकर हो चुकी हैं. लोगों की मांग है कि रेलवे पर ओवर ब्रिज बनाया जाए जिसके लिए सांसद ने वादा भी किया था लेकिन पूरा नहीं किया. नाराजगी का आलम यह है कि पूरा गांव मतदान केंद्र के बाहर खड़ा होकर खुलेआम बहिष्कार कर रहा है. उन्हें मनाने के लिए सिराथू एसडीएम महेंद्र श्रीवास्तव, सीडीओ कौशांबी डॉ. रवि किशोर सहित निर्वाचन आयोग के ऑब्जर्वर व अन्य अधिकारी पहुंचे हैं. लेकिन ग्रामीणों ने ठान लिया है कि जब तक कोई पक्का प्रमाण नहीं मिलता है तब तक वो मतदान नहीं करेंगे.
यूपी के महोबा में भी नहीं डला एक भी वोट
उत्तर प्रदेश के महोबा में भी ग्रामीणों द्वारा चुनाव बहिष्कार कर दिया गया है. प्रशासन ग्रामीणों की नाराजगी को शांत नहीं कर पाया है. यहां दोपहर के 1 बजे तक भी कोई मतदान नहीं हुआ. ग्रामीणों को मनाने के लिए उप जिला निर्वाचन अधिकारी समेत सीडीओ भी मौके पर पहुंचे हैं. सभी अधिकारी नियमित रूप से ग्रामीणों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. ग्रामीणों द्वारा सड़क बनाने की मांग की जा रही है. ग्रामीण कस्बे से जुड़ने वाली गांव की सड़क को लेकर नाराज हैं.