केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025-26 पेश करते हुए 20,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ “परमाणु ऊर्जा मिशन” की घोषणा की। इस मिशन का उद्देश्य छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) तकनीक के अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देना है।
परमाणु ऊर्जा मिशन की प्रमुख बातें:
🔹 2033 तक कम से कम 5 स्वदेशी छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) विकसित किए जाएंगे।
🔹 भारत 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य हासिल करेगा।
🔹 इस लक्ष्य को पाने के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने हेतु परमाणु ऊर्जा अधिनियम और परमाणु क्षति के लिए नागरिक दायित्व अधिनियम में संशोधन किए जाएंगे।
परमाणु ऊर्जा और ऊर्जा सुधारों के लिए बजटीय प्रस्ताव:
- राज्यों को बिजली वितरण सुधारों और अंतरराज्यीय पारेषण क्षमता में वृद्धि के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
- इससे बिजली कंपनियों की वित्तीय स्थिति और कार्यक्षमता में सुधार होगा।
- राज्यों को उनके सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) का 0.5% अतिरिक्त ऋण लेने की अनुमति दी जाएगी, जो उनके द्वारा लागू किए गए बिजली सुधारों पर आधारित होगा।
SMR (Small Modular Reactor) के लाभ:
- सुरक्षित और लागत प्रभावी परमाणु ऊर्जा समाधान।
- तेजी से निर्माण और संचालन में आसानी।
- ग्रीन एनर्जी के तहत कार्बन उत्सर्जन में कमी।
- ऊर्जा आत्मनिर्भरता और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा।
बजट 2025-26 में परमाणु ऊर्जा पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे भारत स्वच्छ, सुरक्षित और किफायती ऊर्जा स्रोतों की ओर आगे बढ़ेगा। यह पहल ऊर्जा संक्रमण (Energy Transition) को गति देगी और भारत को आत्मनिर्भर (Aatmanirbhar) बनाने में मदद करेगी।