21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पूरी दुनिया योगमय हो गई। भारत में भी यह पर्व उत्साह के साथ मनाया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में आयोजित विशाल योग कार्यक्रम में भाग लेकर 3 लाख से अधिक लोगों के साथ सामूहिक योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने न केवल योग के शारीरिक और मानसिक लाभों पर बात की, बल्कि एक तेजी से बढ़ती वैश्विक चुनौती – मोटापा (Obesity) पर भी गंभीर चिंता जाहिर की।
मोटापा – एक वैश्विक और राष्ट्रीय खतरा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि अगर मौजूदा जीवनशैली बनी रही, तो 2050 तक भारत में लगभग 44 करोड़ लोग मोटापे की चपेट में आ सकते हैं। उन्होंने इसे एक “बहुत बड़ा और डरावना आंकड़ा” बताते हुए कहा कि यह केवल स्वास्थ्य से जुड़ा संकट नहीं है, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और राष्ट्रीय उत्पादकता से भी जुड़ा हुआ विषय है।
पीएम मोदी के सुझाए मोटापा कम करने के 2 प्रमुख उपाय:
1️⃣ खाने में तेल की मात्रा कम करें – शुरू करें 10% तेल घटाने का चैलेंज
प्रधानमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि अपने खाने में तेल की खपत को 10% तक कम करें।
“यह एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम है। ज्यादा तेल का सेवन वजन बढ़ाने और कई बीमारियों को न्योता देने का बड़ा कारण है।”
यह सुझाव न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य, बल्कि ‘सर्वे सन्तु निरामयाः’ – यानी “सभी स्वस्थ रहें” की भारतीय सोच को भी दर्शाता है। यह कदम लाखों लोगों के स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार ला सकता है।
2️⃣ नियमित योग करें – मोटापा कम करने का प्राकृतिक उपाय
प्रधानमंत्री ने मोटापा कम करने के लिए योग को एक सशक्त माध्यम बताया। उन्होंने समझाया कि:
- योग शरीर को लचीला बनाता है, मांसपेशियों को टोन करता है और चयापचय (Metabolism) को तेज करता है।
- योगासन जैसे सूर्य नमस्कार और विन्यास फ्लो तेजी से कैलोरी बर्न करते हैं।
- मांसपेशियों के टोन होने से BMR (बेसल मेटाबॉलिक रेट) बढ़ता है, जिससे शरीर आराम करते वक्त भी ज्यादा कैलोरी खर्च करता है।
- योग माइंडफुलनेस बढ़ाता है, जिससे हम अपनी भूख और तृप्ति के संकेतों को बेहतर समझते हैं और ओवरईटिंग से बचते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश स्पष्ट है—मोटापा न केवल एक स्वास्थ्य संकट है, बल्कि आने वाले दशकों में भारत की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बन सकता है। उन्होंने इसके समाधान के लिए संवेदनशीलता, जागरूकता और अनुशासन का आह्वान किया। उनके द्वारा दिया गया 10% तेल कम करने का चैलेंज और योग का नियमित अभ्यास न केवल एक बेहतर स्वास्थ्य की ओर ले जाएगा, बल्कि एक सशक्त, सशरीर और संतुलित भारत के निर्माण में मददगार सिद्ध होगा।