देश के कई राज्यों में अगले 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने आज के लिए मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर, केरल, असम और मेघालय में भारी वर्षा की संभावना का अनुमान लगाते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 21 अगस्त, 25 अगस्त और 26 अगस्त को हिमाचल प्रदेश में, 26 अगस्त तक उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है।
इन राज्यों में भी होगी झमाझम बारिश
आईएमडी ने केरल और माहे, लक्षद्वीप और तटीय कर्नाटक में व्यापक रूप से हल्की/मध्यम वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया है। इस बीच मौसम विभाग ने कहा कि 27 अगस्त तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक में छिटपुट से लेकर छिटपुट वर्षा होने की संभावना है।
दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम
दिल्ली में आज बारिश कम हो सकती है। राष्ट्रीय राजधानी के लिए मौसम पूर्वानुमान में आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई गई है। आज अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। दिल्ली में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले तीन दिनों के लिए भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि आने वाले पांच दिनों में बारिश की संभावना है।
पंजाब कई जिलों में बारिश
पंजाब के अमृतसर समेत कई जिलों में आज सुबह बारिश हुई है। प्रदेश में मौसम सुहावना हो गया है। वहीं, चंडीगढ़ और हरियाणा के भी कुछ जगहों पर आज बारिश की संभावना बनी हुई है।
#WATCH | Punjab: Rain lashes several parts of Amritsar city.
(Visuals from Golden Temple) pic.twitter.com/kOuKdWOsh3
— ANI (@ANI) August 21, 2024
यहां पर भी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, 21 और 23 से 26 अगस्त के दौरान मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र में भारी वर्षा की संभावना है। 24-26 के दौरान विदर्भ, छत्तीसगढ़, कोंकण, गोवा, 25 अगस्त को मराठवाड़ा; 26 को सौराष्ट्र और कच्छ, 25 और 26 अगस्त को गुजरात में तेज बारिश हो सकती है।
भारी बारिश में बहा पुल
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर जिले के पचोद इलाके में देर रात के दौरान भारी बारिश हुई। इससे गलाती नदी में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। इस बारिश के दौरान पचोद खुर्द और पचोद दो गांवों को जोड़ने वाला पुल बह गया है। इससे दोनों गांवों का संपर्क टूट गया। पानी का बहाव इतना तेज था की मजबूत से बना हुआ सीमेंट का ब्रिज पूरी तरह से टूट गया।