‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का यह बयान भारत की नई सुरक्षा रणनीति और आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति का सशक्त परिचायक है। यह ऑपरेशन और इसके पीछे की राजनीतिक-सैन्य सोच भारत की पारंपरिक रक्षात्मक नीति से आक्रामक प्रतिरोध की ओर परिवर्तन को दर्शाती है।
ऑपरेशन सिंदूर: एक निर्णायक सैन्य कार्रवाई
- तारीख: 7 मई 2025 की सुबह
- लक्ष्य: पाकिस्तान और PoK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर निशाना
- प्रक्रिया: भारतीय सेना की सटीक और व्यापक सैन्य प्रतिक्रिया
- कारण: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की गई जवाबी कार्रवाई
राजनाथ सिंह के भाषण के मुख्य बिंदु:
'आपरेशन सिंदूर' सिर्फ़ एक सैन्य कार्रवाई भर नहीं है, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है।
हमारे प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया भारत है जो आतंकवाद के ख़िलाफ़ सरहद के इस पार और उस पार दोनों तरफ़ प्रभावी कारवाई करता है। pic.twitter.com/Lmoj3MrYey
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 11, 2025
आतंक के ठिकानों को खत्म करने का स्पष्ट संकेत:
- भारत ने स्पष्ट कर दिया कि सीमा पार कोई जगह अब आतंकियों के लिए सुरक्षित नहीं।
- पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों के केंद्र, जैसे रावलपिंडी, तक भारत की रणनीतिक पहुँच दर्ज कराई गई।
भारत और पाकिस्तान के दृष्टिकोण में अंतर:
- भारत ने:
- केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया
- नागरिक आबादी और धार्मिक स्थलों को नुकसान नहीं पहुंचाया
- पाकिस्तान ने:
- जानबूझकर मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाया
सुरक्षा नीति में बदलाव का क्रम:
घटना | भारतीय जवाब |
---|---|
2016: उरी हमला | सर्जिकल स्ट्राइक |
2019: पुलवामा हमला | बालाकोट एयर स्ट्राइक |
2025: पहलगाम हमला | ऑपरेशन सिंदूर |
यह दिखाता है कि हर बड़े आतंकी हमले के बाद भारत अब सैन्य प्रतिकार करता है — रणनीतिक, सटीक और निर्णायक।
ब्रह्मोस उत्पादन फैसिलिटी का रणनीतिक महत्व:
- उद्घाटन लखनऊ में हुआ — भारत के भीतर सेंटर इंडिया में अत्याधुनिक मिसाइल निर्माण की सुविधा।
- यह दिखाता है कि Make in India रक्षा क्षेत्र में अब केवल नारा नहीं, जमीनी हकीकत बन चुका है।
रणनीतिक संदेश:
- रावलपिंडी का जिक्र करना — एक स्पष्ट संकेत कि अब भारत सिर्फ LoC तक सीमित नहीं रहेगा।
- भारत की सैन्य कार्रवाई अब पूर्वनिर्धारित जवाब नहीं, बल्कि प्री-एम्प्टिव (पूर्व-सक्रिय) और ऑफेंसिव (आक्रामक) हो सकती है।
- यह बयान न केवल पाकिस्तान, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी संकेत देता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक भूमिका में है।
निष्कर्ष:
‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक सामान्य सैन्य जवाब नहीं, बल्कि एक रणनीतिक परिभाषा है — यह बताता है कि भारत अब “नया भारत” है:
- जो सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि दिशा तय करता है।
- जो धैर्यवान तो है, लेकिन कायर नहीं।
- जो शांति चाहता है, लेकिन शत्रुओं को शांति भंग करने नहीं देगा।