मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की तत्काल पहचान कर उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाए। यह कदम हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार के निर्देशों के अनुपालन में उठाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “प्रदेश की सुरक्षा सर्वोपरि है। जो भी पाकिस्तानी नागरिक यहाँ रह रहे हैं, उनकी पहचान कर हर हाल में उन्हें वापस भेजा जाए।” उन्होंने पुलिस और जिला प्रशासन से राज्य में चल रहे सत्यापन अभियानों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए।
किराएदार सत्यापन न कराने वालों पर कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि मकान मालिकों द्वारा किराएदारों का सत्यापन न कराने पर जुर्माना लगाया जाए और सभी नागरिकों को सत्यापन के लिए जागरूक किया जाए।
साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि:
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गलत दस्तावेजों के आधार पर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
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चारधाम यात्रा मार्गों पर सुरक्षा को और मजबूत किया जाए और यात्रा के दौरान किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को तत्काल हिरासत में लिया जाए।
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आम जनता को संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया जाए और जागरूकता अभियान चलाया जाए।
उच्च अधिकारियों की मौजूदगी
इस बैठक में प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, आर मीनाक्षी सुंदरम, डीजीपी दीपम सेठ, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, एडीजी ए.पी. अंशुमन, एमडीडीए के उपाध्यक्ष, और सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों से कहा कि सरकार की प्राथमिकता सुरक्षा, सतर्कता और संवेदनशीलता है और किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।