वह न पाकिस्तान के कराची शहर की रहने वाली है। न उसका नाम हया बी। वह असल में मेरठ की एक किशोरी है, जो अपने घर से निकलकर पहले देहरादून गई और फिर मुरादाबाद पहुँची। मानसिक तौर पर कमजोर बताई जा रही इस नाबालिग को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
यह लड़की 25 सितंबर 2023 को देहरादून से मुरादाबाद के बीच ट्रेन यात्रा के क्रम में सामाजिक कार्यकर्ता निखिल शर्मा को मिली थी। लड़की ने उनसे मदद माँगते हुए खुद को पाकिस्तानी बताया था। उसका कहना था कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद उसका सामान चोरी हो गया, जिसमें उसके पासपोर्ट, वीजा सहित अन्य दस्तावेज थे।
वे 25 सितंबर की रात को काठगोदाम एक्सप्रेस से देहरादून से मुरादाबाद आ रहे थे। इस यात्रा के दौरान उन्हें एक लड़की मिली जो खुद को पाकिस्तान के कराची शहर की रहने वाली बता रही थी। लड़की ने निखिल से मदद माँगते हुए बताया कि वह अपनी एक दोस्त से मिलने भारत आई थी, लेकिन उसका बैग और अन्य कागजात चोरी हो गए। लड़की ने मुंबई जाने की भी इच्छा जताई। निखिल ने लड़की को मदद का पूरा भरोसा दिया और रेलवे पुलिस मुरादाबाद से सम्पर्क किया।
पाकिस्तान नाम आते ही पुलिस के साथ अन्य सुरक्षा व जाँच एजेंसियाँ सक्रिय हो गईं। जब पुलिस ने लड़की से पूछताछ की तो मामला कुछ और ही निकल कर सामने आया। लड़की ने निखिल शर्मा से झूठ बोला था। वह मूल रूप से मेरठ के गुदड़ी बाजार इलाके की रहने वाली निकली। 3 दिन पहले वह घर से अचानक ही बिना किसी को बताए निकल गई थी। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन वह नहीं मिली। आखिरकार मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस अपने स्तर पर लड़की का पता लगाने की कोशिश कर रही थी।
मेरठ से निकल कर लड़की देहरादून चली गई थी। वहाँ से मुरादाबाद जाने के दौरान वह निखिल के संपर्क में आई। उन्होंने लड़की को पुलिस के हवाले कर दिया था। मुरादाबाद रेलवे पुलिस ने लड़की को उसके घर वालों के सुपुर्द कर दिया है। मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।