पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड और मोस्ट वांटेड आतंकी शाहिद लतीफ की पाकिस्तान में हत्या कर दी गई है. साल 2016 में पंजाब के पठानकोट के एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ था. यह हमला आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने किया था. इस हमले में भारतीय सेना के सात जवान शहीद हुए थे. NIA की जांच से पता चला था कि इस हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ ही था.
एनआईए जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि पठानकोट आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई और उसे अंजाम दिया गया था. आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने हमले को अंजाम देने के लिए चार फिदायीनों को ट्रेन किया था और उन्हें भेजा था. लतीफ को जैश के लॉन्चिंग कमांडर के तौर पर जाना जाता है. उसने चार जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादियों को पठानकोट भेजा था. 47 वर्षीय शाहिद लतीफ पाकिस्तान के गुजरांवाला के अमीनाबाद कस्बे का रहने वाला था.
लतीफ सियालकोट की नूत मस्जिद में मौलवी के रूप में काम कर रहा था. जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े लतीफ ने सियालकोट से पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले को अंजाम देने वाले 4 आतंकियों को गाइड किया था.
पहले भी की गई है कई आतंकियों की हत्या
चूंकि पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पाकिस्तान की सीमा के पास है। यहां हमारे देश के बड़े हथियार रखे जाते हैं। ऐसे में युद्ध की स्थिति में पूरी रणनीति को भारत द्वारा यहां से ही अंजाम दिया जाता है। 1965 और 1971 की लड़ाई में भी इस एयरफोर्स स्टेशन ने बड़ी भूमिका निभाई थी। राशिद लतीफ से पहले भी पाकिस्तान में कई आतंकियों की हत्या की गई है। 20 फरवरी 2023 को बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाले बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। यही नहीं, हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर रहे बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम को रावलपिंडी में गोलियों से भून दिया गया था। भारत ने उसे पिछले ही साल आतंकी घोषित किया था। वह रावलपिंडी में बैठकर ही जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करने वाले आतंकियों के लिए रसद और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने का काम करता था।
22 फरवरी को एजाज अहमद अहंगर जिसे आतंक की किताब भी कहा जाता था, उसकी 22 फरवरी, 2023 को अफगानिस्तान के काबुल में हत्या कर दी गई थी। भारत में इस्लामिक स्टेट (आईएस) को फिर से शुरू करने में जुटा एजाज अल कायदा के भी संपर्क में था। 1996 में कश्मीर की जेल से छूटने के बाद वह पाकिस्तान भाग गया और फिर वहां से अफगानिस्तान चले गया। भारत सरकार ने ने उसे मोस्ट वांटेड आतंकी की सूची में रखा था।