संकटों में घिरी पेटीएम को एक एक और झटका लगा है. पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस ने सोमवार को जानकारी दी है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड की इंडिपेंडेंट डायरेक्टर मंजू अग्रवाल ने कंपनी के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. उनका इस्तीफा एक फरवरी से ही मान्य हो गया है. पेटीएम ने कहा कि मंजू अग्रवाल ने निजी कारणों के चलते हटने का फैसला लिया है. वह कंपनी के बोर्ड में मई, 2021 से ही काम कर रही थीं.
मंजू अग्रवाल ने एक फरवरी को इस्तीफा दिया
वन 97 कम्युनिकेशंस ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि मंजू अग्रवाल ने एक फरवरी को इस्तीफा दिया था. इसे पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड ने 6 फरवरी को मंजूर कर लिया है. हम जानकारी देना चाहते हैं कि इस फैसले से कंपनी के बिजनेस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. मंजू अग्रवाल का इस्तीफा ऐसे समय में आया जब पेटीएम पेमेंट्स आरबीआई के प्रतिबंध का सामना कर रहा है. आरबीआई ने 31 जनवरी को बैंक पर किसी भी तरह के डिपॉजिट लेने पर रोक लगा दी थी. इसके बाद से ही बैंक के भविष्य पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.
इधर भी मुसीबत
दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक नें जनवरी के अंतिम ह्फ्ते में भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से पेटीएम पेमेंट बैंक नए ग्राहक जोड़ने पर बैन कर दिया गया था. इसके लिए आरबीआई ने कंपनी को 29 फरवरी तक का समय दिया था. इससे पहले भारत सरकार ने इस कंपनी की चीन से रिश्तों पर भी जांच बिठाई है. सरकार पेटीएम पेमेंट बैंक में चीन के विदेशी निवेश की जांच करने में जुट गई है.
बदल दिया था इस कंपनी का नाम
इससे पहले पिछले हफ्ते ही कंपनी ने अपने ई-कॉमर्स बिजनेस का भी नाम बदल दिया था. पेटीएम ई-कॉमर्स का नाम बदलकर पाई प्लेटफॉर्म्स किया गया था. इसी के साथ कंपनी ऑनलाइन रीटेल कारोबार में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए बिट्सिला का अधिग्रहण किया है. दरअसल आरबीआई के फैसले के बाद पेटीएम में कई तरह के बदलाव देखे जा रहे हैं. माना जा रहा है कि आने वाले समय में इस कंपनी में और भी परिवर्तन हो सकते हैं. अभी हाल भी एक सर्वे में एक बात सामने निकल कर आई थी कि पेटीएम से लोगों का भरोसा उठ रहा है. इस सर्वे के मुताबिक करीब 49 फीसदी छोटे दुकानदार अब लोगों से पेटीएम के बदले दूसरे एप से भुगतान करने को कह रहे है.
पेटीएम के शेयरों में आया उछाल
सोमवार को बीएसई पर पेटीएम के शेयरों में 4 फीसदी का उछाल आया है. यह 434.80 रुपये पर पहुंच गया है. इसके साथ ही कंपनी ने सेबी के पूर्व चेयरमैन एम दामोदरन की अध्यक्षता में एक एडवाइजरी कमेटी का गठन भी किया है.
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ एफडीआई जांच
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की कार्रवाई का सामना कर रहे पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ एफडीआई जांच की जा रही है. वन 97 कम्युनिकेशंस की सब्सिडरी पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड को चीन से एफडीआई मिला था. एक इंटर-मिनिस्ट्रियल कमिटी पीपीएसएल में चीन से हुए इसी निवेश की जांच कर रही है. वन 97 कम्युनिकेशंस में चीन के एंट ग्रुप का इनवेस्टमेंट है. पीपीएसएल ने नवंबर, 2020 में पेमेंट एग्रीगेटर और पेमेंट गेटवे के रूप में काम करने के लिए आरबीआई के पास लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. हालांकि, आरबीआई ने नवंबर, 2022 में कंपनी को इसे दोबारा से जमा करने का आदेश दिया गया ताकि एफडीआई नियमों के तहत प्रेस नोट 3 का पालन किया जा सके.