प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नादब्रह्म कला केंद्र की स्थापना के लिए गुजरात की राजधानी गांधीनगर में स्थित अपने प्लॉट को दान किया है. भारत की सांस्कृतिक विरासत के प्रति अपने सम्मान और प्रतिबद्धता को जताते हुए पीएम मोदी ने जमीन को दान किया. ये जमीन पीएम मोदी और बीजेपी के दिवंगत नेता अरुण जेटली को आवंटित हुई थी. हालांकि, पीएम मोदी ने संगीत परंपराओं को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के लिए इसे दान कर दिया.
पीएम मोदी ने जिस प्लॉट को दान किया है, वो गांधीनगर के सेक्टर-1 में स्थित है. यहां पर अब नादब्रह्म कला केंद्र की स्थापना की जाएगी, जो संगीत के क्षेत्र की भलाई के लिए तैयार हो रही इमारत होगी. सरकार के जरिए इस जमीन को मूल रूप से प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी नेता अरुण जेटली को सौंपा गया था. हालांकि, अब इसे नादब्रह्म संस्थान की स्थापना की जिम्मेदारी संभाल रहे मानमंदिर फाउंडेशन को सौंप दिया गया है. फाउंडेशन यहां पर एक बेहतरीन कला केंद्र बनाएगा.
PM मोदी ने फिर पेश की मिसाल
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने यह केंद्र बनाने के लिए अपना सरकारी प्लॉट मानमंदिर फाउंडेशन को दान में दिया है। उन्होंने अपनी जमीन को डोनेट करते हुए उसे ट्रस्ट को सौंप दिया है। पीएम और बीजेपी के दिवंगत वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को भूखंड मिले थे। यह भूखंड गांधीनगर के सेक्टर-1 में स्थित है। मानमंदिर फाउंडेशन की तरफ से गांधीनगर के सेक्टर-1 में ‘नाद ब्रह्म’ कला केंद्र शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल ने केंद्र का शिलान्यास किया। नाद ब्रह्म कला केंद्र की डिजाइन भी अद्भुत है। बिल्डिंग में वीणा के आकार को जगह दी गई है।
संगीत का प्रमुख केंद्र बनेगा नादब्रह्मा कला केंद्र
फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, मानमंदिर फाउंडेशन की देखरेख में बनने वाला नादब्रह्म कला केंद्र संगीत का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा. यहां पर भारतीय संगीत कला के सभी पहलुओं की व्यापक जानकारी दी जाएगी. नादब्रह्म कला केंद्र का निर्माण भारतीय संगीत की विविध शैलियों और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए और प्रसारित करने की दृष्टि से किया जाएगा. संस्थान का मकसद संगीत सिखाने और क्रिएटिविटी के लिए बेहतरीन माहौल देना है.
16 मंजिल की होगी बिल्डिंग
इस पहल का लक्ष्य 16 मंजिला नाद ब्रह्म भवन का निर्माण करना है, जिससे गांधीनगर भारतीय संगीत कला क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा। नाद ब्रह्म कला केंद्र में सभी तरह की मॉडर्न सुविधाएं विकसित की जाएंगी। 12 से ज्यादा ऐसे क्लासेज होंगे, जहां लोग संगीत और नृत्य सीख सकेंगे। एक बड़ा सा थियेटर होगा, जिसकी कैपेसिटी 200 लोगों की है। 5 ऐसे स्टूडियो बनेंगे, जिसमें स्टडी के साथ प्रैक्टिस भी की जा सके। एक ओपन थिएटर होगा।
मॉर्डन लाइब्रेरी, आउटडोर संगीत पार्क भी होगा
दिव्यांगजनों के लिए भी विशेष व्यवस्था होगी। मॉर्डन लाइब्रेरी होगी। एक ऐसा संग्रहालय होगा, जिसमें संगीत का इतिहास प्रदर्शित किया जा सकेगा। आउटडोर संगीत पार्क भी होगा। कला केंद्र परिसर में रेस्तरां के अलावा कैफैटेरिया भी होगा। आने वाले समय में इस परिसर में अलग अलग गतिविधियां संचालित हो सकेंगी। इसी मकसद के साथ मानमंदिर फाउंडेशन की तरफ से सेक्टर-1 में ऐसा केंद्र बनाया जा रहा है, जो संगीत और कला की एक्टिविटी का अनोखा केंद्र होगा।