बिहार के रहने वाले वैभव सूर्यवंशी ने जब से आईपीएल में नया रिकॉर्ड बनाया है, पूरी दुनिया उनकी मुरीद बन गई है। वैसे तो पिछले करीब एक सप्ताह से लगातार उनकी बात हो रही है, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके लिए कुछ कहा है। पीएम मोदी ने वैभव सूर्यवंशी की दिल खोलकर तारीफ की है, जो उनके लिए काफी हैं। हालांकि रिकॉर्ड तोड़ शतक लगाने के बाद वे पिछली दो पारियों में ज्यादा कुछ नहीं कर पाए हैं, लेकिन फिर भी अभी तक वैभव छाए हुए हैं।
#WATCH | PM Modi virtually addresses the inauguration event of Khelo India Youth Games in Bihar's Patna.
PM Modi says, "We all have seen the outstanding performance of the son of Bihar, Vaibhav Suryavanshi, in IPL. Vaiabhav has created such a big record at this young age. Behind… pic.twitter.com/XnBSDoIyvl
— ANI (@ANI) May 4, 2025
वैभव सूर्यवंशी: एक नजर में
विवरण | जानकारी |
---|---|
🏏 नाम | वैभव सूर्यवंशी |
🏠 जन्म स्थान | समस्तीपुर, बिहार |
🎂 उम्र | आईपीएल में खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी |
💥 रिकॉर्ड | केवल 35 गेंदों में शतक, यूसुफ पठान का रिकॉर्ड तोड़ा |
🧢 टीम | राजस्थान रॉयल्स |
📅 प्रदर्शन क्रम | 34 (1st मैच), 16 (2nd), 101 (3rd – बनाम GT), 0, 4 |
पीएम नरेंद्र मोदी का बयान:
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के एक राजकीय खेल समारोह के दौरान वैभव सूर्यवंशी का ज़िक्र करते हुए कहा:
“बिहार के बेटे वैभव सूर्यवंशी का आईपीएल में शानदार प्रदर्शन पूरे देश ने देखा है। इतनी कम उम्र में इतना बड़ा रिकॉर्ड बनाना आसान नहीं होता। उनके पीछे मेहनत, समर्पण और खेल के प्रति जुनून है।“
यह बयान विशाल LED स्क्रीन पर स्टेडियम में दिखाया गया, जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और राज्य सरकार के कई सदस्य मौजूद थे।
वैभव का रिकॉर्ड: यूसुफ पठान को पीछे छोड़ा
खिलाड़ी | सबसे तेज शतक (बॉल में) | रिकॉर्ड बनाते समय उम्र |
---|---|---|
क्रिस गेल | 30 बॉल (vs Pune, 2013) | 33 वर्ष |
वैभव सूर्यवंशी | 35 बॉल (vs GT, 2025) | 17 वर्ष (अनुमानित) |
यूसुफ पठान | 37 बॉल (vs MI, 2010) | 27 वर्ष |
-
वैभव ने शतक के दौरान 8 छक्के और 9 चौके मारे
-
उनके शतक के समय स्ट्राइक रेट: 288+
फॉर्म में उतार-चढ़ाव के बावजूद उम्मीदें बरकरार
हालांकि वैभव पिछली दो पारियों में रन नहीं बना पाए हैं, लेकिन यह बात समझनी होगी कि:
-
वे अभी बहुत कच्चे खिलाड़ी हैं – अनुभव से निखरेंगे।
-
एक ही पारी ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला दी है।
-
जब प्रधानमंत्री स्वयं उनका नाम लेते हैं, तो ये न सिर्फ एक प्रोत्साहन, बल्कि एक जिम्मेदारी भी बन जाती है।
वैभव की कहानी क्यों खास है?
-
छोटे शहर (समस्तीपुर, बिहार) से निकलकर आईपीएल में खेलना
-
देश के सबसे बड़े मंच पर दबाव में रिकॉर्ड शतक
-
देश के प्रधानमंत्री का सार्वजनिक रूप से नाम लेकर सराहना करना
-
बिहार में युवा खिलाड़ियों के लिए नई प्रेरणा बनना