प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बढ़ रहे महिला अपराध पर चिंता व्यक्त की है। देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आज लाल किले से अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं। हमें गंभीरता से सोचना होगा। हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं, उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है। इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो।
पीएम मोदी ने रेप करने वालों को बताया राक्षस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि समाज से मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब महिलाओं पर बलात्कार और अत्याचार की घटनाएं होती हैं तो उस पर व्यापक चर्चा होती है, लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा दी जाती है तो वह खबरों में नहीं दिखती, बल्कि एक कोने तक ही सीमित रहती है समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा की जाए ताकि यह पाप करने वाले समझें कि इससे फांसी होती है, मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है।
#WATCH | PM Narendra Modi says, "…I would like to express my pain once again, from the Red Fort today. As a society, we will have to think seriously about the atrocities against women that are happening – there is outrage against this in the country. I can feel this outrage.… pic.twitter.com/2gQ53VrsGk
— ANI (@ANI) August 15, 2024
महिलाओं के लिए सरकार ने किए कई काम
लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में महिलाओं के नेतृत्व में विकास मॉडल पर हमने काम किया है। हर क्षेत्र में महिलाओं के कदम बढ़ते जा रहे हैं, महिलाएं नेतृत्व दे रही हैं। हमारी वायुसेना हो, आर्मी हो, नौसेना हो या हमारा स्पेस सेक्टर हो, हर जगह हम महिलाओं का दमखम देख रहे हैं।
महिला सशक्तीकरण की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए महिला सशक्तीकरण की सराहना की। उन्होंने कहा कि करीब 10 करोड़ नई महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और परिवार के फैसले लेने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग बन गई हैं और व्यापक सामाजिक बदलाव लाने में योगदान दे रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमें यह देखकर गर्व हो रहा है कि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आत्मनिर्भर हो जाती हैं तो वे परिवार के निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेती हैं और यह महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन सुनिश्चित करेगा।
महिलाएं बन रही हैं लखपति दीदी
पीएम मोदी ने भारतीय मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) की वैश्विक सफलता और इन स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं की उपलब्धियों के बीच एक समानता को रेखांकित करते हुए कहा कि जहां हमारे सीईओ वैश्विक मान्यता प्राप्त कर रहे हैं, वहीं एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने इन समूहों को 10 लाख से 20 लाख रुपये आवंटित करने का फैसला किया है। मोदी ने कहा कि हमारे महिला स्वयं सहायता समूहों को मदद देने के लिए अब तक नौ लाख करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जा चुके हैं। इस मदद से वे अपने अनेक वित्तीय कामों को बढ़ा रहे हैं।