प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बंगाली बहुश्रुत रवींद्रनाथ टैगोर को उनकी 163वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “मैं गुरुदेव टैगोर को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनकी स्थायी बुद्धि और प्रतिभा पीढ़ी दर पीढ़ी असंख्य लोगों को प्रेरित और प्रबुद्ध करती रहेगी।”
I pay homage to Gurudev Tagore, on the occasion of his Jayanti. His enduring wisdom and genius continue to inspire and enlighten innumerable people across generations. pic.twitter.com/asYIAfebi6
— Narendra Modi (@narendramodi) May 8, 2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिष्ठित प्रतिभा रवींद्रनाथ टैगोर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
रवीन्द्रनाथ टैगोर कलकत्ता के एक बंगाली ब्राह्मण थे जिनका जन्म 8 मई, 1861 को हुआ था। बहुमुखी प्रतिभा के धनी इस प्रतिष्ठित व्यक्ति को 1913 में गीतांजलि के लिए साहित्य में पहला नोबेल पुरस्कार मिला था। गीतांजलि के अलावा, रवींद्रनाथ टैगोर की कुछ सबसे प्रसिद्ध कृतियों में गोरा (फेयर-फेस्ड) और घरे-बेयर (द होम एंड द वर्ल्ड), चोखेर बाली, काबुलीवाला, द पोस्टमास्टर और शेशर कबिता शामिल हैं।
उन्होंने भारत के राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ की भी रचना की। उन्होंने बांग्लादेश और श्रीलंका के लिए राष्ट्रगान भी लिखा। उनके गीत ‘बांग्लार माटी बांग्लार जोल’ को पश्चिम बंगाल के राज्य गान के रूप में अपनाया गया है। रवीन्द्रनाथ टैगोर कई नामों से प्रसिद्ध हैं – गुरुदेव, कविगुरु, बिस्वाकाबी और अक्सर उन्हें ‘बंगाल का बार्ड’ कहा जाता है।