प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भोपाल के दौरे पर हैं, और यह दौरा लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर पर हो रहा है। यह कार्यक्रम न केवल इतिहास को सम्मान देने का प्रतीक है, बल्कि महिला सशक्तिकरण और संस्कृति के प्रति सम्मान का भी बड़ा संदेश देता है।
पीएम मोदी का भोपाल दौरा – मुख्य बिंदु:
स्थान: जंबूरी मैदान, भोपाल
अवसर: लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती
महत्वपूर्ण कार्यक्रम और घोषणाएं:
- 300 रुपये का विशेष स्मृति सिक्का
- अहिल्याबाई होल्कर की तस्वीर के साथ
- सांस्कृतिक सम्मान और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक
- स्मारक डाक टिकट
- अहिल्याबाई के योगदान की राष्ट्रीय पहचान
- राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई पुरस्कार
- एक प्रतिष्ठित महिला कलाकार को आदिवासी, लोक और पारंपरिक कलाओं में योगदान के लिए सम्मान
- महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन
- आयोजन की पूरी ज़िम्मेदारी महिलाओं को दी गई है
- मंच संचालन से लेकर व्यवस्थापन तक सब महिलाएं कर रही हैं
“ऑपरेशन सिंदूर” – अनूठा स्वागत
- 15,000 महिलाएं सिंदूरी रंग की साड़ी पहनकर पीएम मोदी का स्वागत करेंगी
- पूरे भोपाल में “ऑपरेशन सिंदूर” से जुड़े पोस्टर लगाए गए हैं
- कार्यक्रम में “नारी शक्ति” का प्रदर्शन और संदेश स्पष्ट रूप से दिया जाएगा
लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर का योगदान:
- 18वीं सदी की प्रशासनिक प्रतिभा, न्यायप्रिय शासक और समाजसेवी
- काशी विश्वनाथ मंदिर, सोमनाथ मंदिर, रामेश्वरम जैसे पवित्र स्थलों का पुनर्निर्माण
- महिलाओं और दलितों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं
- एक आदर्श महिला प्रशासक और भारतीय सांस्कृतिक गौरव की प्रतीक
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा सिर्फ एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण, संस्कृति, और ऐतिहासिक गौरव का उत्सव है। मध्य प्रदेश के लिए यह अवसर विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि अहिल्याबाई होल्कर की जड़ें इस भूमि से जुड़ी हैं।