प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को ध्वनिमत से खारिज हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा प्रभावित मणिपुर को ‘दिल का टुकड़ा’ और कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में शांति बहाल करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। जल्द ही प्रगति के पथ पर चलेंगे। उन्होंने संघर्षग्रस्त पूर्वोत्तर राज्य के लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही शांति लौटेगी क्योंकि सरकार आरोपियों को दंडित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
मोदी ने कहा, “मणिपुर की समस्याओं को इस तरह से प्रस्तुत किया गया है जैसे कि वे हाल ही में शुरू हुई हों। देश आपके साथ है; यह संसद आपके साथ है। हम मिलकर इस चुनौती के समाधान के रास्ते खोजेंगे, जल्द ही फिर से शांति स्थापित होगी। मैं मणिपुर के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि राज्य फिर से प्रगति का गवाह बनेगा।”
#WATCH | PM Narendra Modi says, "Whose government was there in Manipur when everything used to happen according to the wishes of insurgent organisations? Whose government was there in Manipur when Mahatma Gandhi's picture was not allowed in government offices, whose government… pic.twitter.com/5pPTOvNXEQ
— ANI (@ANI) August 10, 2023
प्रधानमंत्री ने सभी विपक्षी दलों से मणिपुर के लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए सामूहिक प्रयास में शामिल होने की भी अपील की और उनसे राजनीतिक लाभ के लिए पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति का फायदा नहीं उठाने को कहा। पीएम मोदी ने विपक्ष से मणिपुर में शांति बहाल करने और वहां सामान्य स्थिति लाने के लिए ‘एक साथ काम करने’ को कहा।
#WATCH | PM Narendra Modi speaks on Manipur; says, "Both the state and central governments are doing everything possible to ensure that the accused get the strictest punishment. I want to assure the people that peace will be restored in Manipur in the coming time. I want to tell… pic.twitter.com/cgI7RqSWs4
— ANI (@ANI) August 10, 2023
पीएम मोदी ने कहा, “मैं संसद के सांसदों से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे इस समय की कीमत समझें। आइए और साथ मिलकर आगे बढ़ें। इस देश में अतीत में और भी गंभीर मुद्दे रहे हैं, लेकिन हमने साथ मिलकर काम करने का एक तरीका ढूंढ लिया है। आइए एक साथ आएं।” मणिपुर के लोगों को विश्वास में लें। राजनीति करने के लिए मणिपुर का फायदा न उठाएं। मणिपुर में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उनके दर्द को समझें और इसे ठीक करने के लिए काम करें।”
उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध हुए हैं और यह अक्षम्य है। केंद्र और राज्य सरकारें दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। मैं देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि शांति बहाल होगी और मणिपुर नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा।