पीएमओ के मुताबिक इस अवसर पर मोदी उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे। इस सम्मेलन का विषय ‘न्याय वितरण में सीमा-पार चुनौतियां’ है। इसमें कानून और न्याय से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे न्यायिक परिवर्तन और कानूनी कार्य प्रणाली के नैतिक आयाम पर चर्चा की जाएगी।
आधुनिक शिक्षा पर विचार-विमर्श किया जाएगा
पीएमओ के मुताबिक, इस अवसर पर मोदी उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे। इस सम्मेलन का विषय ‘न्याय वितरण में सीमा-पार चुनौतियां’ है। इसमें कानून और न्याय से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे न्यायिक परिवर्तन और कानूनी कार्य प्रणाली के नैतिक आयाम, कार्यकारी जवाबदेही और अन्य बातों के अलावा आधुनिक कानूनी शिक्षा पर पुन: ध्यान देने के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा।
विशेष गोलमेज सम्मेलन का भी होगा आयोजन
इस सम्मेलन में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों के साथ–साथ एशिया–प्रशांत, अफ्रीका और कैरेबियन में फैले राष्ट्रमंडल देशों के अटॉर्नी जनरल और सॉलिसिटर शामिल होंगे। यह सम्मेलन राष्ट्रमंडल देशों की कानूनी बिरादरी के विभिन्न हितधारकों में बातचीत के लिए एक विशिष्ट मंच के रूप में कार्य करता है।
इस सम्मेलन में कानूनी शिक्षा और अंतरराष्ट्रीय न्याय वितरण में चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक व्यापक रोडमैप विकसित करने के उद्देश्य से अटॉर्नियों और सॉलिसिटर जनरलों के लिए एक विशेष गोलमेज सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा।