संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी में पहला भव्य हिंदू मंदिर खुलने जा रहा है. इस हिंदू मंदिर का उद्घाटन अगले साल 14 फरवरी को होगा. इस हिंदू मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. मंदिर की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास पहुंचा था. BAPS स्वामीनारायण संस्था की ओर से पूज्य ईश्वरचरण स्वामीजी और पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामीजी ने गुरुवर्य महंत स्वामीजी की ओर से पीएम मोदी को मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया था. पीएम मोदी को आमंत्रित किए जाने की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
BAPS स्वामीनारायण संस्था ने शेयर की तस्वीरें
BAPS (बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था) स्वामीनारायण संस्था ने 28 दिसंबर को प्रधानमंत्री से मुलाकात की सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर की हैं। संस्था ने एक्स पर अपने एक पोस्ट में लिखा, पूज्य ईश्वरचरण स्वामीजी एवं पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामीजी ने गुरुवर्य महंत स्वामीजी की ओर से आबूधाबी, यूएई में फरवरी 14,2024 को प्रतिष्ठित होनेवाले BAPS हिंदू मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव एवं लोकार्पण समारोह में गौरवशाली उपस्थिति के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को आमंत्रित किया। इस आमंत्रण को सहर्ष मोदीजी ने स्वीकार किया।
पूज्य ईश्वरचरण स्वामीजी एवं पूज्य ब्रह्मविहारी स्वामीजी ने गुरुवर्य महंत स्वामीजी की ओर से आबूधाबी, यूएई में फरवरी 14,2024 को प्रतिष्ठित होनेवाले @BAPS हिंदू मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव एवं लोकार्पण समारोह में गौरवशाली उपस्थिति के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री @narendramodi… pic.twitter.com/kIVx6g0WNL
— BAPS-DivineDarshan (@DivineDarshan1) December 28, 2023
बता दें कि यह अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है, जो अल वाकबा जगह पर 20,000 वर्ग मीटर की जमीन पर बना है. इस मंदिर को बेहद अत्याधुनिक शैली में तैयार किया गया है. प्राचीन कला और आधुनिक आर्किटेक्चर के मेल से बने इस मंदिर की नक्काशी बेजोड़ है. मंदिर वेबसाइट के मुताबिक, इस मंदिर को शाही, पारंपरिक हाथ से नक्काशी किए गए पत्थरों से बनाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंदिर की आधारशिला 2018 में रखी थी. इस मंदिर को भारत और यूएई के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में अहम कदम माना रहा है. पीएम मोदी ने इस मंदिर निर्माण परियोजना को भारत और यूएई के बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक बताया था.
2015 में मंदिर निर्माण का हुआ था ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिस मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का आमंत्रण मिला है, उसके निर्माण की घोषणा साल 2015 में हुई थी। पीएम मोदी उस दौरान दो दिवसीय दौरे पर यूएई गए हुए थे। वहां की सरकार ने अबू धाबी में मंदिर बनाने के लिए 20 हजार वर्ग मीटर जमीन दी थी। जहां यह मंदिर बना है, उस इलाके का नाम अल वाकबा है जो कि राजधानी अबू धाबी से 30 मिनट की दूरी है। BAPS स्वामीनारायण संस्था एक और मंदिर दुबई में मना रहा है, जिसकी आधारशिला पीएम मोदी ने 2018 में रखी थी। बता दें कि खाड़ी के सबसे संपन्न देशों में शुमार संयुक्त अरब अमीरात में तकरीबन 26 लाख भारतीय रहते हैं, जो वहां की आबादी का लगभग 30 प्रतिशत है। जब से पीएम मोदी ने देश की कमान संभाली है यूएई – भारत संबंध ने नई ऊंचाईयों को छूआ है।