पीएम मोदी ने गगनयान मिशन की तैयारियों को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक मिशन की तैयारियों का मूल्यांकन करने के लिए आयोजित की गई थी। उच्च स्तरीय बैठक के दौरान इसरो के वैज्ञानिकों ने प्रधानमंत्री के सामने एक व्यापक अवलोकन रखा। जिसमें मिशन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल थीं।
#WATCH | PM Modi chairs high-level meeting to assess the progress of Gaganyaan Mission and to outline the future of India’s space exploration endeavours pic.twitter.com/kVwhBdLiI0
— ANI (@ANI) October 17, 2023
चंद्रमा पर पहुंचने का लक्ष्य
बैठक को लेकर जारी किए गए एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से 2040 तक चंद्रमा पर पहले भारतीय को भेजने और 2035 तक एक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य रखने को कहा है। उन्होंने ये निर्देश गगनयान मिशन की तैयारियों और 21 अक्टूबर को होने वाली crew escape system test vehicle की पहली उड़ान की समीक्षा के लिए एक बैठक के दौरान दिए।
PM Modi directed that India should now aim for new and ambitious goals, including setting up ‘Bharatiya Antariksha Station’ (Indian Space Station) by 2035 and sending the first Indian to the Moon by 2040: PMO https://t.co/Pyewj2fEio
— ANI (@ANI) October 17, 2023
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने देश के अंतरिक्ष मिशनों को लेकर रूपरेखा तैयार की, साथ ही उन्होंने वैज्ञानिकों से वीनस ऑर्बिटर मिशन और मार्स लैंडर सहित अंतरग्रहीय मिशनों की दिशा में काम करने का आग्रह किया। दरअसल हाल ही में चंद्रयान -3 और आदित्य एल 1 मिशन सहित इसरो की सफलता के आधार पर, प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि भारत को अब नए और महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को रखना चाहिए।
Gaganyaan mission's readiness reviewed by PM Modi
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प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए इसरो जल्द ही चंद्रमा पर पहले भारतीय को भेजने के लिए एक रोडमैप विकसित करेगा। इसके लिए चंद्रयान मिशनों की एक पूरी श्रृंखला होगी, साथ ही नई पीढ़ी के लॉन्च व्हिकल (NGLV) को विकसित करने पर काम किया जाएगा। इसके साथ एक नए लॉन्च पैड भी बनाया जाएगा और मानव-केंद्रित प्रयोगशालाओं के साथ संबंधित तकनीक विकसित की जाएंंगी।