प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आईएटीए (IATA) की 81वीं वार्षिक आम बैठक में संबोधन न सिर्फ भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र की बढ़ती ताकत को रेखांकित करता है, बल्कि यह वैश्विक विमानन जगत के लिए एक रणनीतिक आमंत्रण भी है कि भारत को एक विकासशील केंद्र और निवेश गंतव्य के रूप में देखा जाए।
पीएम मोदी के भाषण की मुख्य बातें:
1. भारत: वैश्विक स्पेस-एविएशन कन्वर्जेंस का अग्रणी
“आज भारत सिर्फ एक बड़ा बाजार नहीं, बल्कि पॉलिसी लीडरशिप, इनोवेशन और समावेशी विकास का प्रतीक है।”
- स्पेस और एविएशन का समावेशी विकास – भारत अब सिर्फ हवाई यात्रा तक सीमित नहीं, स्पेस ट्रैवल की दिशा में भी सोच रहा है।
- पीएम मोदी ने भारत को “आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर” बताते हुए कहा कि अब हम लीडरशिप रोल निभा रहे हैं।
2. भारत बना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार
- ‘उड़ान योजना’ की सफलता का विशेष उल्लेख – जिससे छोटे शहरों को हवाई कनेक्टिविटी मिली।
- भारत में एयरलाइंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, और एयरपोर्ट निर्माण में तेजी से बढ़ते निवेश का अवसर।
3. एविएशन इनोवेशन के लिए भारत के पास तीन ताकतें:
शक्ति | विवरण |
---|---|
मार्केट | न सिर्फ बड़ा उपभोक्ता समूह, बल्कि महत्वाकांक्षी समाज जो सेवाओं की गुणवत्ता को प्राथमिकता देता है |
टैलेंट और टेक्नोलॉजी | एआई, रोबोटिक्स, क्लीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में युवा इनोवेटर्स का नेतृत्व |
नीतिगत सहयोग | एविएशन सेक्टर के लिए ओपन और सपोर्टिव पॉलिसी ईकोसिस्टम – जैसे Gati Shakti योजना, निजी एयरपोर्ट PPP मॉडल |
भारत में IATA AGM क्यों खास है?
- चार दशकों बाद भारत में आयोजन, जिससे भारत की वैश्विक विमानन में बढ़ती भूमिका की पुष्टि होती है।
- IATA की एजीएम में दुनिया की प्रमुख एयरलाइनों और एविएशन कंपनियों के प्रतिनिधि भाग लेते हैं।
- भारत अब सिर्फ ग्राहक नहीं, ग्लोबल एविएशन इन्वेस्टमेंट और इनोवेशन हब बनकर उभर रहा है।
भविष्य की झलक:
“अब हमारे ट्रैवल प्लान केवल धरती के शहरों तक सीमित नहीं हैं… हम स्पेस ट्रैवल को भी सिविल एविएशन का हिस्सा बनते देखेंगे।” — पीएम मोदी
- स्पेस कॉमर्शियलाइजेशन की बात कर पीएम मोदी ने यह संकेत दिया कि भारत की नजर अंतरिक्ष पर्यटन और मिशन-बेस्ड एविएशन पर भी है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण न सिर्फ भारत की एविएशन क्षमताओं का प्रदर्शन है, बल्कि यह एक वैश्विक निमंत्रण है —
भारत आइए, इन्वेस्ट कीजिए, और भविष्य की उड़ानों में सहभागी बनिए।