सुस्त रफ्तार, नाकाम, विपक्ष और सोच पिछड़ी हुई। कुछ इन शब्दों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला। यह बातें उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कहीं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने चुन-चुनकर विपक्ष खासतौर पर कांग्रेस पर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी पर भी तंज कसा। पीएम मोदी ने कहा कि यूपीए के शासन के दौरान 2044 तक देश की इकॉनमी को आगे लाने की बात कही जा रही थी। इससे पता चलता है कि उनकी सोच कितनी सुस्त थी। इतना ही नहीं, बिखर रहे इंडिया गठबंधन को भी निशाना बनाने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीछे नहीं रहे पीएम मोदी ने कहाकि 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था कि हिंदुस्तान में काफी मेहनत करने की आदत आमतौर पर नहीं है।
हम इतना काम नहीं करते जितना विदेशी देशों के लोग करते हैं। यह ना समझिए वे देश कोई जादू से खुशहाल हो गए हैं वे अक्ल और मेहनत से खुशहाल हुए हैं। नेहरू जी कि भारतीयों के प्रति सोच थी की भारतीय कम अक्ल के लोग होते हैं। यही नहीं, पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहाकि उनकी सोच भी इससे अलग नहीं थी। मोदी ने कहा कि इंदिरा जी ने 15 अगस्त को देश को संबोधित करते हुए कहा था कि दुर्भाग्यवश हमारी आदत यह है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने वाला होता है तो हम आत्मसंतुष्ट हो जाते हैं। इसी तरह कठिनाई में नाउम्मीद हो जाते हैं। कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि पूरे राष्ट्र ने पराजय भावना को अपना लिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहाकि आज कांग्रेस को देखकर लगता है कि भले इंदिरा जी देश का आकलन सही न कर पाईं, लेकिन कांग्रेस का सटीक आकलन किया था।इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिखरते इंडिया गठबंधन पर भी तंज कसा। उन्होंने कहाकि कुछ दिन पहले भानुमति का कुनबा जोड़ा गया। फिर इसके बाद ‘एकला चलो रे’ का नारा आ गया। अलायंस का ही अलाइनमेंट बिगड़ गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहाकि इनको अपने कुनबे में अगर एक दूसरे पर विश्वास नहीं है तो ये देश पर विश्वास कैसे करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कांग्रेस ने देश के सामर्थ्य पर कभी विश्वास नहीं किया। वे अपने आप को शासक मानते रहे और जनता को कमतर आंकते रहे।
पीएम मोदी ने कहाकि हमारे लक्ष्य कितने बड़े होते हैं, हमारे हौसले कितने बड़े होते हैं वह आज पूरी दुनिया देख रही है। हमारे उत्तर प्रदेश में कहावत कही जाती है ‘9 दिन चले ढाई कोस’ और यह कहावत पूरी तरह कांग्रेस पार्टी को परिभाषित करती है। कांग्रेस की सुस्त रफ्तार का कोई मुकाबला नहीं है। इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस ‘कैंसल कल्चर’ में फंस गई है, वे इतनी नफरत कब तक पाले रखेंगे। हम कोई भी नई योजना लाते हैं, यह कहते हैं कैंसल। पीएम ने कांग्रेस पर ओबीसी नेताओं के अपमान का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहाकि कर्पूरी ठाकुर जी को हमने भारत रत्न सम्मान दिया। उससे पहले ओबीसी समाज के उस महापुरुष के साथ कैसा व्यवहार हुआ? सीएम बनने के बाद उनकी सरकार गिराने के लिए कैसे-कैसे खेल हुए? ये हर कोई जानता है.