केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद पीयूष गोयल अपनी 40 साल की राजनीति में पहली बार लोकसभा चुनाव में उतरे हैं. वह मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से उम्मीदवार हैं. यहां से कांग्रेस के भूषण पाटिल मैदान में हैं. इस सीट के लिए 20 मई को मतदान होगा. फिलहाल वह क्षेत्र में जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में पीयूष गोयल ने इंटरव्यू दिया और कई सवालों के जवाब दिए. इस बार उन्होंने शरद पवार पर निशाना साधा है.
गोयल ने कहा कि जनता में पीएम मोदी, और डिप्टी सीएम फडणवीस के प्रति सहानुभूति है. शरद पवार को अहसास हो गया है कि बारामती में सुप्रिया सुले हार रही हैं, इसलिए उन्होंने घुटने टेक दिए. शरद पवार सुप्रिया सुले को बचाने के लिए ही संघर्ष कर रहे हैं. पीयूष गोयल ने यह भी कहा कि मुस्लिम वोटों के लिए उद्धव ठाकरे की हड़बड़ी देखकर बाला साहेब की आत्मा को परेशानी होगी.
पीयूष गोयल ने कहा कि देश के हर राज्य में बीजेपी के सांसद होंगे. हमने स्थायी विकास मॉडल सामने रखा है. कांग्रेस के घोषणापत्र के बाद भाजपा पर लोगों का भरोसा और बढ़ा है. हमने कांग्रेस की भेदभाव की राजनीति को देश के सामने रखा. विपक्ष पांच साल में पांच प्रधानमंत्री चाहता है लेकिन वह एक पर फैसला नहीं कर पा रहा है.
मुस्लिमों का आरक्षण असंवैधानिक
गोयल ने कहा कि कांग्रेस की जनता की संपत्ति बांटने और विरासत कर लगाने की योजना है. उसने हमेशा क्षेत्र, भाषा, धर्म और रंग के आधार पर भेदभाव किया. कांग्रेस की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है. मुसलमानों को आरक्षण देना असंवैधानिक है, हम एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण मुसलमानों को नहीं देने देंगे. पीयूष गोयल ने यह भी साफ किया है कि प्रधानमंत्री मोदी मराठा समुदाय के हित में काम करेंगे.
पीयूष गोयल ने ईवीएम को लेकर विपक्ष के आरोपों का भी जवाब दिया और कहा कि कर्नाटक और तेलंगाना राज्यों में ईवीएम के ही जरिए जीत हासिल करने वाली कांग्रेस को सत्ता छोड़ देना चाहिए. विपक्ष ईवीएम का मुद्दा इसलिए उठा रहा है ताकि हार की जिम्मेदारी राहुल गांधी पर न पड़े. जांच एजेंसियों पर भी आरोप लगते रहते हैं. लेकिन, जांच संस्थाएं पूरी तरह स्वतंत्र हैं. कांग्रेस काल में ही चीन ने भारत की जमीन हड़प ली.
मुंबई को विभाजित करने की कोशिश
कांग्रेस और ठाकरे मुंबई को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं, मुंबईकरों के बीच झगड़े पैदा कर रहे हैं. मैं मुंबईकर हूं, मुंबईकरों के बीच कोई भेदभाव नहीं है.’ कांग्रेस और ठाकरे शहीदों की शहादत का अपमान करते हैं. पीयूष गोयल ने यह भी मांग की कि राहुल गांधी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे शहीदों से माफी मांगें.
मुख्यमंत्री पद के लालच में उद्धव ठाकरे ने गद्दारी की. पुत्र प्रेम के चलते उद्धव ठाकरे राहुल गांधी की गोद में बैठ गए. उद्धव ठाकरे की हरकतों से शिवसेना में खलबली मच गई. पीयूष गोयल ने यह भी खुलासा किया कि शरद पवार ने तीन बार बीजेपी में शामिल होने की कोशिश की थी. उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी बेटी सुप्रिया के लिए अपनी पाट्री छोड़ दी.