दिल्ली में शनिवार को आयोजित हुए 17वें भारतीय सहकारी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए. इस दौरान सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बधाई दी और कहा कि आज हमारा देश विकसित और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा, विकसित भारत के लिए हमने सहकारिता को बड़ी ताकत देने का फैसला किया. पहली बार सहकारिता के लिए अलग मंत्रालय बनाया, अलग बजट का प्रावधान किया.
पीएम मोदी ने कहा, आज को-ऑपरेटिव को वैसी ही सुविधाएं दी जा रही हैं जैसी कॉपोर्रेट सेक्टर को मिलते हैं. इसके अलावा सहकारी समितियों की ताकत बढ़ाने के लिए टैक्स की दरों को भी कम किया गया है. सहकरी बैंकों को भी मजबूती दी गई है.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi at the 17th Indian Cooperative Congress, says "Now, crores of small farmers are receiving benefits under the PM-KISAN scheme without any interference from middlemen. In the last 4 years, a direct transfer of Rs 2.5 lakh crore has been made… pic.twitter.com/7LO9kppnSz
— ANI (@ANI) July 1, 2023
‘मोदी सरकार में खत्म हुआ फर्जीवाड़ा’
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले किसान कहते थे कि उन्हें सरकार से काफी कम मदद मिलती है और जो थोड़ी बहुत मिलती भी थी वो बिचौलियों खा जाते थे . लेकिन अब स्थिति बदल गई है. पीएम मोदी ने कहा कि आज करोड़ों छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि मिल रही है. कोई बिचौलिया नहीं, कोई फर्जी लाभार्थी नहीं.
ढाई लाख करोड़ सीधे किसानों के अकाउंट में भेजे गए- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, बीते 4 सालों में ढाई लाख करोड़ सीधे किसानों के अकाउंट में भेजे गए हैं. 2014 से पहले के 5 सालों का कुल कृषि बजट 90 हजार करोड़ रुपए से कम था. ऐसे में किसानों को दी गई रकम कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है.
पीएम मोदी ने कहा, किसानों को उनकी फसल की उचित कीमत मिले, इसके लिए सरकार शुरुआत से ही काफी गंभीर रही है. पीएम मोदी ने कहा, 1400 लाख टन से ज्यादा भण्डारण क्षमता हमारे पास है. आने वाले 5 सालों में लगभग 700 लाख टन की नई भण्डारन क्षमता बनाने का हमारा संकल्प है.