पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली से 208 किलोग्राम कोकीन जब्त की। इसकी कीमत ₹2,080 करोड़ है। पश्चिम दिल्ली के रमेश नगर स्थित एक दुकान से इसे जब्त किया गया। यह पिछले दस दिनों में दूसरी बड़ी ड्रग जब्ती है। इससे पहले 2 अक्टूबर को महिपालपुर से 562 किलोग्राम ड्रग्स बरामद किया गया था, जिनकी कीमत ₹5,000 करोड़ से अधिक थी।
कोकीन को “चटपटा मिक्सचर”और अन्य नमकीन के पैकेट में छिपाया गया था, ताकि इसे पहचानना मुश्किल हो जाये। अधिकारियों का मानना है कि यह जब्ती पहले की जब्ती से जुड़ी हुई है, जिससे एक बड़े नेटवर्क का संकेत मिलता है। जांच में भारतीय मूल के एक ब्रिटिश नागरिक का नाम सामने आ रहा है, उसने पकड़ से बचने के लिए दुकान किराए पर ली थी।
यह दुकान पिछले एक महीने से बंद थी। पुलिस अब इस दुकान के मालिक की पहचान कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि ड्रग्स भारत के विभिन्न हिस्सों में खपाने के लिए लाया गया था। विरेंद्र बसोया, एक दुबई स्थित व्यवसायी, इस ड्रग सिंडिकेट का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। वह और उसके दो सहयोगी, तुषार गोयल और जितेंद्र गिल को हिरासत में ले लिया गया है।
इस नई जब्ती के साथ कुल बरामद कोकीन की मात्रा लगभग 770 किलोग्राम हो गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कुल कीमत ₹7,000 करोड़ से अधिक है। ये ड्रग्स दक्षिण अमेरिका से गोवा होते हुए दिल्ली पहुंची थीं। पुलिस को चिंता है कि और भी माल रास्ते में हो सकता है या पहले हो ला कर छिपा दिया गया है।
पुलिस ने यह कार्रवाई पिछले जांच के दौरान मिली जानकारी पर आधार पर की थी। वह अब इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट को खत्म करने की कोशिश कर रही है। यह सिंडिगेट विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कोड नामों का उपयोग करता है और इसके सदस्य भी एक-दूसरे की पहचान से अनजान रहते हैं।