राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति की पहचान और देश की प्रगति का आधार रही है। वह मंगलवार को श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षा समारोह को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रही थीं। समारोह में केंद्रीय शिक्षा, कौशल, विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए।
President Droupadi Murmu graced the first convocation of Shri Lal Bahadur Shastri National Sanskrit University in New Delhi. The President said that Sanskrit has been the identity and bearer of our culture.https://t.co/X17XlFIesy pic.twitter.com/rn5uXb5xVX
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 5, 2023
समारोह में सत्र 2018 से 2023 तक के विश्वविद्यालय से वेद, दर्शन, ज्योतिष, वास्तुशास्त्र, साहित्य, धर्मशास्त्र, योग सहित विभिन्न विषयों में स्नातकोपाधिपत्र और अंशकालीन डिप्लोमा के 4423 छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं। विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि संस्कृत का व्याकरण इस भाषा को अद्वितीय वैज्ञानिक आधार देता है। यह मानवीय प्रतिभा की अनूठी उपलब्धि है।
मैं समझती हूं कि वेद-वेदांग का अध्ययन-अध्यापन करने वाले इस संस्थान में गार्गी, मैत्रेयी, अपाला, रोमशा, लोपामुद्रा और मंडन मिश्र की भार्या उभय भारती जैसी विदुषी महिलाओं के विषय में विशेष जानकारी भी है और सम्मान भी। इसलिए, मैं चाहूंगी कि इस विश्वविद्यालय में छात्राओं को और अधिक…
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उन्होंने कहा कि संस्कृत आधारित शिक्षा प्रणाली में गुरु या आचार्य को अत्यधिक महत्व दिया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुरली मनोहर पाठक ने कहा कि विश्वविद्यालय सभी स्तरों पर विकास करते हुए प्रयत्नशील है। महिला शिक्षा व सशक्तीकरण की दिशा में महिला अध्ययन केंद्र का पुनरारंभ किया गया है। राष्ट्रपति द्वारा सत्र 2018 से सत्र 2023 तक के विश्वविद्यालय के छह सर्वोत्कृष्ट छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति के साथ स्वर्ण पदक प्राप्त 135 छात्रों का छायाचित्र लिया गया।
हमारे यहां, सदाचार, धर्माचरण, परोपकार तथा सर्व-मंगल जैसे जीवन-मूल्यों पर आधारित प्रगति में ही शिक्षा की सार्थकता मानी गई है। मैं तो यह मानती हूं कि जो व्यक्ति सदैव दूसरे के हित में लगे रहते हैं उनके लिए संसार में कुछ भी प्राप्त करना कठिन नहीं है।
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