प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद की 163वीं जयंती पर ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद 2025’ कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित करते हुए देश के भविष्य को लेकर अपनी सोच साझा की। दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित इस कार्यक्रम में 15 से 29 वर्ष के करीब 3,000 युवा शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के युवाओं की ऊर्जा, आत्मविश्वास और सामर्थ्य देश को जल्द से जल्द एक विकसित राष्ट्र बना सकता है।
उन्होंने कहा, “स्वामी विवेकानंद जी को देश के नौजवानों पर बहुत भरोसा था। वे कहते थे कि मेरा विश्वास युवा पीढ़ी में है। जैसे स्वामी जी को युवाओं पर विश्वास था, वैसे ही मुझे भी है। भारत के युवा हर समस्या का समाधान निकाल सकते हैं।”
India's Yuva Shakti is driving remarkable transformations. The Viksit Bharat Young Leaders Dialogue serves as an inspiring platform, uniting the energy and innovative spirit of our youth to shape a developed India. #VBYLD2025 https://t.co/gjIqBbyuFU
— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2025
युवाओं के साथ ‘परम मित्र’ वाला रिश्ता
पीएम मोदी ने युवाओं के साथ अपने रिश्ते को ‘परम मित्र’ वाला बताया। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, “कुछ महीने पहले, जब मैं युवा एथलीटों से मिला था, तो एक खिलाड़ी ने कहा, ‘मोदी जी, आप दुनिया के लिए प्रधानमंत्री हो सकते हैं, लेकिन हमारे लिए पीएम का मतलब है परम मित्र।’”
उन्होंने कहा, “दोस्ती की सबसे मजबूत कड़ी होती है विश्वास। मुझे आप पर विश्वास है, और यही विश्वास मुझे प्रेरित करता है। ‘माई भारत’ डॉट कॉम और ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद’ की शुरुआत इसी विश्वास का परिणाम है।”
इकोनॉमी और इकोलॉजी दोनों मजबूत
प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं के सामने विकसित भारत की परिकल्पना को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, “विकसित भारत वह होगा जो आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और सामरिक रूप से मजबूत होगा। जहाँ इकोनॉमी और इकोलॉजी दोनों समृद्ध होंगी। जहाँ अच्छी शिक्षा और रोजगार के ज्यादा अवसर होंगे।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत के सामने आने वाले 25 साल ‘अमृतकाल’ के हैं। “यह समय हमारे सपनों को साकार करने का है। जब हर नीति और हर कदम का लक्ष्य विकसित भारत होगा, तो दुनिया की कोई ताकत हमें रोक नहीं सकती।”
पीएम मोदी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन का किया उल्लेख
स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनकी शिक्षाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विवेकानंद ने युवाओं में जो विश्वास जताया था, वही विश्वास आज भी भारत के युवाओं में है। “वे कहते थे कि युवा हर समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। आज का भारत इसे सच कर दिखा रहा है।”
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने अमेरिका और सिंगापुर जैसे देशों के उदाहरण दिए। उन्होंने बताया कि कैसे 1930 के दशक में अमेरिका ने आर्थिक संकट से उबरकर तेज विकास किया और सिंगापुर ने अपने मजबूत नेतृत्व और जनता के प्रयासों से खुद को वैश्विक व्यापारिक हब बनाया।
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान भारत की सफलता का जिक्र करते हुए कहा, “जब दुनिया वैक्सीन के लिए परेशान थी, तब भारत के वैज्ञानिकों ने रिकॉर्ड समय में वैक्सीन बनाकर दिखा दिया। यह भारत की क्षमता का सबूत है।”
प्रधानमंत्री ने युवाओं को सुझाव देने और राजनीति में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “मैंने लाल किले से 1 लाख नए युवाओं को राजनीति में लाने की बात कही थी। राजनीति एक ऐसा माध्यम हो सकता है, जहाँ आप अपने सुझावों को लागू कर सकते हैं।”
भारत मंडपम से ‘विश्व मंच’ तक
प्रधानमंत्री ने सितंबर 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन की चर्चा करते हुए कहा, “जिस जगह पर वैश्विक नेता दुनिया के भविष्य पर चर्चा करते थे, वहाँ आज भारत के युवा अगले 25 वर्षों का रोडमैप तैयार कर रहे हैं। यह अपने आप में एक प्रेरणादायक पल है।”
प्रधानमंत्री ने युवाशक्ति पर भरोसा जताते हुए कहा, “भारत के युवा आज उल्लेखनीय परिवर्तन ला रहे हैं। यह संवाद एक ऐसा मंच है, जहां उनकी ऊर्जा और नए विचारों को विकसित भारत के लिए एकजुट किया जा रहा है। मेरा विश्वास है कि भारत की युवाशक्ति जल्द ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाएगी।”
प्रधानमंत्री का यह भाषण न केवल युवाओं को प्रेरित करने वाला था, बल्कि यह भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक नई ऊर्जा देने वाला भी साबित हुआ। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए युवाओं को भविष्य का निर्माण करने की दिशा में कदम बढ़ाने का आह्वान किया। “युवाओं की ताकत से कोई भी सपना असंभव नहीं है। विकसित भारत का सपना हमारे सामूहिक प्रयासों से जरूर पूरा होगा।”