लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. राधिका खेड़ा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. राधिका कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर थीं. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद राधिका ने पार्टी और उसके शीर्ष नेतृत्व के नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. राधिका ने कहा कि मैंने हमेशा से सुना कि कांग्रेस राम विरोधी है लेकिन कभी विश्वास नहीं किया पर मेरी आंखों से पर्दा तब हटा जब मैंने अपने परिवार के साथ अयोध्या से रामलला के दर्शन करके आई.
राधिका खेड़ा ने कहा कि अयोध्या से आते ही मैंने राम नाम का ध्वज अपने घर के बाहर लगाई. बस यही बात पार्टी को खटक गई. मुझे कई बार डिबेट्स पर बोलने से मना कर दिया कि मैं हिंदू धर्म पर ज्यादा बोलती हूं. मुझे लगातार अपमानित किया जा रहा था. छत्तीसगढ़ में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मुझे शराब ऑफर किया गया, रात में मुझे मेरे रूम में फोन करके बोला जाता था. इन सभी बातों को मैंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के सामने रखा. मदद मांगी लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की. इस दौरान राधिका ने कई नाम गिनाए.
#WATCH | Delhi: On her resignation from the Congress party, Radhika Khera says "During Rahul Gandhi's Bharat Jodo Nyay Yatra, the media chairman of Chhattisgarh Congress- Sushil Anand Shukha offered me alcohol and he along with 5-6 party workers used to knock the door of my room… pic.twitter.com/OsKkMMvjxK
— ANI (@ANI) May 6, 2024
#WATCH | Delhi: On her resignation from the Congress party, Radhika Khera says "On 30th April, when I went to talk to media chairman of Chhattisgarh Congress- Sushil Anand Shukha, but he started misbehaving with me and abusing me. I screamed a lot. I also shouted and told people… pic.twitter.com/yhGJbHIXMA
— ANI (@ANI) May 6, 2024
‘छत्तीसगढ़ कांग्रेस ऑफिस में मेरे साथ अभद्रता हुई’
राधिका ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर जाने का विरोध मुझे इस कदर सहना पड़ेगा, मैंने अपने जीवन में कभी नहीं सोचा था. मेरे साथ छत्तीसगढ़ कांग्रेस ऑफिस में अभद्रता हुई. मेरे साथ धक्का मुक्की की गई. कमरे में बंद कर दिया गया लेकिन मेरे साथ न्याय नहीं हुआ. मैं चीख चीखकर गुहार करती रही. छोटे से लेकर सबसे बड़े शीर्ष नेतृत्व तक गुहार करती रही लेकिन मुझे न्याय नहीं मिला. खेड़ा ने कहा कि मुझे सिर्फ और सिर्फ न्याय इसलिए नहीं मिला क्योंकि मैं राम मंदिर होकर आई थी. रामलला के दर्शन करके आई थी.
#WATCH दिल्ली: राधिका खेड़ा ने कहा, "…हम पीढ़ियों से इसका इंतजार कर रहे थे कि कब राम मंदिर बनेगा कब रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे। वे पार्टी जिसकी सभा कि शुरुआत रघुपति राघव राजा राम से होती थी मैं कभी नहीं सोच सकती थी कि वे राम की दुश्मन निकलेगी। इसकी ऐसी सजा मुझे मिलेगी? राहुल… pic.twitter.com/qhcSY7jE5G
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 6, 2024
जब मुझे न्याय की जरूरत थी तो कांग्रेस पार्टी चुप थी
राधिका ने कहा कि जबसे मैं वहां से दर्शन करके आई हूं तब से मुझे विरोध का सामना करना पड़ा है. राधिका ने कहा कि इस पार्टी में मैंने 22 साल तक सेवा की है. NSUI से लेकर AICC, नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर और प्रवक्ता के नाते मैंने काम किए हैं. पूरी निष्ठा से मैंने काम किया है. मगर आज जब मुझे न्याय की जरूरत थी तो पार्टी चुप थी और मुझे कह दिया गया कि तुम चुप रहो और तुम्हे कोई न्याय नहीं मिलेगा. बड़े दुख के साथ मैंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है लेकिन मुझे पूरा उम्मीद है कि रामलला मुझे न्याय देंगे.