भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला ऑपरेशन सिंदूर के जरिए ले लिया है। भारत ने पाकिस्तान के भीतर 9 जगह हमला करके आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए हैं। भारत ने इन हमलों में 80 से अधिक आतंकी मार गिराए हैं। भारत ने पाकिस्तान के भीतर यह हमले एयर फ़ोर्स, थल सेना तथा नौसेना के जरिए किए हैं।
भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद, कोटली, भीम्बर समेत पाकिस्तान के बहावलपुर, सियालकोट, मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ट्रेनिंग सेंटर उड़ाए हैं। भारत ने इस स्ट्राइक के लिए राफेल और सुखोई-30 जैसे विमानों का इस्तेमाल किया है।
कैसे हुआ हमला?
इस हमले के विषय में बताया गया है कि भारत ने इसके लिए सीमा पर नहीं की है। बताया गया है कि पाकिस्तान में पर हमले को भारतीय जमीन से ही अंजाम किया गया है। इसके लिए भारतीय लड़ाकू विमानों ने भारतीय हवाई सीमा में रहते हुए ही यह मिसाइल और लॉन्च किए हैं।
सेना और नौसेना की भी भागीदारी इस हमले में बताई गई है। बताया गया है कि सेना ने लम्बी दूरी की मिसाइलें इस्तेमाल की और पाकिस्तान में आतंकी ठिकाने उड़ा दिए। वहीं नौसेना ने लोइटरिंग म्युनिशन (उड़ने वाले बम) पाकिस्तान पर चलाए।
वहीं वायु सेना ने अपने फाइटर जेट इस हमले के लिए इस्तेमाल किए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के लिए लिए वायु सेना ने SCALP मिसाइल और HAMMER बम का इस्तेमाल किया है। यह बम राफेल विमान से चलाए गए थे। इनका निशाना पाकिस्तान के आतंकी ठिकाने थे और इन्होने अपना काम पूरा कर दिया।
कितनी घातक SCALP मिसाइल?
पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को खत्म करने के लिए इस्तेमाल की गई SCALP एक क्रूज मिसाइल है। यह लड़ाकू विमानों से लॉन्च की जाती है और इसकी रेंज 250 किलोमीटर तक है। भारत ने इसे राफेल विमान के साथ खरीदा था। यह मिसाइल यूरोप की MBDA कम्पनी बनाती है।
इसकी विशेष क्षमता है कि यह रात में और खराब माहौल में भी चल सकती है। यह लगभग 500 किलो तक विस्फोटक ले जा सकती है। SCALP लगभग 1000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलती है। इसकी एक और खासियत है कि यह अपने निशाने तक खुद पहुँचती है।
इस मिसाइल में ऐसे कंप्यूटर और तकनीकें लगी हुई हैं जो अपने निशाने तक GPS सिस्टम का इस्तेमाल करके पहुँचती हैं। इसमें कैमरे भी लगे हुए हैं और यह हमला करने से पहले यह स्पष्ट करती है कि निशाना वही है जो बताया गया है। भारत के अलावा इसका इस्तेमाल ब्रिटेन और फ्रांस समेत कई देश करते हैं।
इस मिसाइल का इस्तेमाल संभवतः उन निशानों को तबाह करने के लिए किया गया, जो पाकिस्तान के अधिक अंदर थे। मुरीदके एक ऐसा ही निशाना था। यह स्पष्ट नहीं है कि इस ठिकाने को उड़ाने के लिए इसी मिसाइल का इस्तेमाल हुआ है।
HAMMER ने चलाया आतंक पर हथौड़ा
पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर करने के लिए HAMMER बमों का इस्तेमाल भी किया गया है। HAMMER एक तरह का सिस्टम है जो 1000 किलो तक के बम पर इंस्टाल किया जाता है। यह एयर टू ग्राउंड यानी हवा से जमीन में मार करने वाला वाला सिस्टम है। यह लगभग 70 किलोमीटर तक मार करता है।
HAMMER की खासियत इसकी विनाशकारी क्षमता है। यह ऐसी जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है जहाँ दुश्मन कंक्रीट के मजबूत बंकर और इमारतें बनाकर बैठा हो। भारत ने सीमा से नजदीक के ठिकाने संभवत: इसी ठिकाने से उड़ाए हैं। जिन ठिकानों को पाकिस्तान ने मजबूती से छुपा रखा था, वह भी इस बम के चलते नष्ट हुए बताए गए हैं।
HAMMER बम को जाम नहीं किया जा सकता और इसे पकड़ पाना भी मुश्किल है। इसका इस्तेमाल यूक्रेन-रूस संघर्ष में भी हुआ था। भारत ने और भी कई हथियार इस हमले में उपयोग किए हैं, इनकी जानकारी सामने नहीं आई है। इस हमले में 80 से अधिक आंतकियों के मारे जाने की सूचना है।