कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 14 जनवरी को मणिपुर से 6,200 किलोमीटर की भारत न्याय यात्रा शुरू करेंगे। यह 14 राज्यों के 85 जिलों को कवर करेगी और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। आज यहां इसका खुलासा करते हुए एआईसीसी के संगठन प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल और संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, भारत न्याय यात्रा को 14 जनवरी को इंफाल से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हरी झंडी दिखाएंगे। न्याय यात्रा देश के लोगों को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय दिलाने के लिए होगी।
भारत न्याय यात्रा 🇮🇳
🗓️ 14 जनवरी से 20 मार्च
📍मणिपुर से मुंबई तक
6200 किमी. | 14 राज्य | 85 जिले pic.twitter.com/QEOQUU9BPs
— Congress (@INCIndia) December 27, 2023
वेणुगोपाल ने कहा, 21 दिसंबर को कांग्रेस कार्य समिति के सर्वसम्मत प्रस्ताव के बाद कि राहुल गांधी की यात्रा का दूसरा चरण पूर्व से पश्चिम तक करना था, यह निर्णय लिया गया कि उन्हें (गांधी को) यात्रा का दूसरा चरण इंफाल से मुंबई तक करना चाहिए। मणिपुर को शुरुआती बिंदु के रूप में चुनने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, मणिपुर राज्य देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और पार्टी मणिपुर के लोगों के घावों को ठीक करने की प्रक्रिया भी शुरू करना चाहती है।
"Sabke liye nyay" is message of Bharat Nyay Yatra says Congress' KC Venugopal
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— ANI Digital (@ani_digital) December 27, 2023
14 राज्यों के 85 जिलों को कवर करेगी यात्रा
उन्होंने कहा, पहले चरण में राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 12 राज्यों को कवर करते हुए लगभग 4,500 किलोमीटर की यात्रा की, इस बार वह 14 राज्यों को कवर करते हुए 6,200 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इस बार यात्रा का माध्यम बस और पैदल यात्रा मार्ग होगा। यात्रा में शामिल होने वाले राज्यों में मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।
रमेश ने कहा, जहां भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गांधी ने आर्थिक असमानताओं, ध्रुवीकरण और तानाशाही के मुद्दे उठाए, वहीं न्याय यात्रा देश के लोगों के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय पर ध्यान केंद्रित करेगी।
उन्होंने कहा, भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से एकता, प्रेम और सद्भाव का संदेश फैलाने के बाद गांधी देश के लोगों के लिए न्याय मांगेंगे।
भारत न्याय यात्रा क्यों रखा गया नाम?
वहीं जब कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश से पूछा गया कि इस यात्रा का नाम न्याय यात्रा क्यों रखा गया, तो उन्होंने कहा कि हम जनता को आश्वासन को दिलाना चाहते हैं कि आर्थिक, सामाजिक और रणनीतिक न्याय उपलब्ध कराएंगे. पहली यात्रा 12 राज्यों से होकर गुजरी थी, जबकि ये दूसरी यात्रा 14 राज्यों से होकर गुजरेगी.
#WATCH | Congress General Secretary KC Venugopal says, "Now Rahul Gandhi is doing a yatra with great experience from the first Bharat Jodo Yatra. This Yatra is going to interact with youth, women and marginalised people. This Yatra will cover a distance of 6,200 kms. It travels… pic.twitter.com/ICfR4jDExA
— ANI (@ANI) December 27, 2023
मणिपुर हिंसा की वजह से नाम रखा न्याय यात्रा?
कांग्रेस का लक्ष्य इस यात्रा के जरिए अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना है, इसीलिए पार्टी ने इतनी लंबी यात्रा का रूट चुना है. पार्टी ने इसकी शुरुआत मणिपुर से की है क्योंकि वहां बीते साल मई महीने से हिंसा का दौर जारी है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर अबतक मणिपुर में हिंसा नहीं रोक पाई है. राहुल गांधी भी कुछ दिनों के लिए मणिपुर दौरे पर गए हुए थे और वहां हिंसा पीड़ितों से मुलाकात भी की थी. इसके अलावा कांग्रेस मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लेकर आई थी. हालांकि ये प्रस्ताव गिर गया था. अब कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी मणिपुर को आधार बनाकर देश में सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की तैयारी कर रहे हैं.